बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। नबीनगर, अगिआंव और संदेश विधानसभा सीटों पर बेहद कम अंतर से मिली हार को लेकर महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने देर रात चुनाव आयोग और सत्तारूढ़ गठबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। राजद ने कहा कि इन सीटों पर बड़ी संख्या में पोस्टल बैलेट को रद्द किया गया, जिसके कारण उनके उम्मीदवारों की हार हुई। पार्टी ने इसे “स्पष्ट बेईमानी” बताते हुए चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए।
राजद के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने करारा पलटवार किया है। पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट नीरज कुमार शर्मा ने विपक्ष पर हार पचा न पाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजद बिना सबूत राजनीति कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि चुनाव पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुआ है।
बीजेपी नेता ने यह भी याद दिलाया कि चुनाव परिणामों को अदालत में चुनौती देने के लिए अभी भी 45 दिन की कानूनी अवधि में से 38 दिन बाकी हैं। उन्होंने राजद को खुली चुनौती देते हुए कहा—
“अगर राजद के पास कोई भी ठोस सबूत है, तो आरोप लगाने के बजाय कोर्ट जाए और वहां अपनी बात साबित करे।”
इधर, राजद अब पोस्टल बैलेट की दोबारा जांच और निर्वाचन प्रक्रिया की विस्तृत जांच की मांग पर अड़ा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग को इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए, क्योंकि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता से जुड़ा हुआ मुद्दा है।
राजद के आरोप और बीजेपी की प्रतिक्रिया के बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या विपक्ष इस मामले को अदालत में ले जाता है या सियासी बयानबाज़ी ही जारी रहने वाली है।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। नबीनगर, अगिआंव और संदेश विधानसभा सीटों पर बेहद कम अंतर से मिली हार को लेकर महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने देर रात चुनाव आयोग और सत्तारूढ़ गठबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। राजद ने कहा कि इन सीटों पर बड़ी संख्या में पोस्टल बैलेट को रद्द किया गया, जिसके कारण उनके उम्मीदवारों की हार हुई। पार्टी ने इसे “स्पष्ट बेईमानी” बताते हुए चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए।
राजद के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने करारा पलटवार किया है। पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट नीरज कुमार शर्मा ने विपक्ष पर हार पचा न पाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजद बिना सबूत राजनीति कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि चुनाव पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुआ है।
बीजेपी नेता ने यह भी याद दिलाया कि चुनाव परिणामों को अदालत में चुनौती देने के लिए अभी भी 45 दिन की कानूनी अवधि में से 38 दिन बाकी हैं। उन्होंने राजद को खुली चुनौती देते हुए कहा—
“अगर राजद के पास कोई भी ठोस सबूत है, तो आरोप लगाने के बजाय कोर्ट जाए और वहां अपनी बात साबित करे।”
इधर, राजद अब पोस्टल बैलेट की दोबारा जांच और निर्वाचन प्रक्रिया की विस्तृत जांच की मांग पर अड़ा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग को इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए, क्योंकि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता से जुड़ा हुआ मुद्दा है।
राजद के आरोप और बीजेपी की प्रतिक्रिया के बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या विपक्ष इस मामले को अदालत में ले जाता है या सियासी बयानबाज़ी ही जारी रहने वाली है।
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