सीतामढ़ी में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई: ड्यूटी से नदारद 23 राजस्व कर्मचारी निलंबित, सरकारी महकमे में मचा हड़कंप।
सीतामढ़ी जिले में प्रशासनिक अनुशासन को सख्ती से लागू करते हुए जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग के 23 कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इन कर्मचारियों पर कार्यस्थल से लगातार अनुपस्थित रहने, लापरवाही बरतने और प्रशासनिक आदेशों की अनदेखी करने जैसे गंभीर आरोप हैं।
निलंबित कर्मियों में 21 कर्मचारी सामूहिक हड़ताल में शामिल थे, जबकि दो अन्य पर व्यक्तिगत स्तर पर अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं। डीएम की इस कार्रवाई से पूरे सरकारी तंत्र में हड़कंप मच गया है।
आदेश की अनदेखी पर गिरी गाज
बीते 7 मई 2025 से विभिन्न अंचलों के राजस्व कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सामूहिक हड़ताल पर चले गए थे। जिला प्रशासन ने समय रहते सभी कर्मचारियों को कार्य पर लौटने का निर्देश दिया था, लेकिन आदेश की अनदेखी करते हुए अधिकांश कर्मचारी हड़ताल पर बने रहे।
डीपीआरओ कमल सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी ने देश की मौजूदा परिस्थितियों, सरकारी योजनाओं की बाधित कार्यप्रणाली और अधिकारियों के निर्देशों की उपेक्षा को गंभीरता से लेते हुए यह सख्त कदम उठाया है। निलंबन के दौरान सभी कर्मियों को अपने निर्धारित नए मुख्यालयों में योगदान देना अनिवार्य किया गया है।
निलंबित कर्मचारियों की सूची
प्रशासन द्वारा निलंबित कर्मचारियों की सूची इस प्रकार है:
बाजपट्टी अंचल कार्यालय: भूषण कुमार, पंकज कुमार, अजीत कुमार पोद्दार, संतोष कुमार, महेश कुमार, दिनेश कुमार, श्रीमती रिंकी कुमारी
रीगा अंचल कार्यालय: अमरदीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार, श्रवण कुमार, अविनाश कुमार
मेजरगंज अंचल कार्यालय: शिव कुमार, विकास कुमार, रवि कुमार
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी सेवा में अनुशासन सर्वोपरि है और भविष्य में भी यदि कोई कर्मचारी कार्य में लापरवाही या आदेशों की अवहेलना करेगा, तो उसके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
सीतामढ़ी में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई: ड्यूटी से नदारद 23 राजस्व कर्मचारी निलंबित, सरकारी महकमे में मचा हड़कंप।
सीतामढ़ी जिले में प्रशासनिक अनुशासन को सख्ती से लागू करते हुए जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग के 23 कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इन कर्मचारियों पर कार्यस्थल से लगातार अनुपस्थित रहने, लापरवाही बरतने और प्रशासनिक आदेशों की अनदेखी करने जैसे गंभीर आरोप हैं।
निलंबित कर्मियों में 21 कर्मचारी सामूहिक हड़ताल में शामिल थे, जबकि दो अन्य पर व्यक्तिगत स्तर पर अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं। डीएम की इस कार्रवाई से पूरे सरकारी तंत्र में हड़कंप मच गया है।
आदेश की अनदेखी पर गिरी गाज
बीते 7 मई 2025 से विभिन्न अंचलों के राजस्व कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सामूहिक हड़ताल पर चले गए थे। जिला प्रशासन ने समय रहते सभी कर्मचारियों को कार्य पर लौटने का निर्देश दिया था, लेकिन आदेश की अनदेखी करते हुए अधिकांश कर्मचारी हड़ताल पर बने रहे।
डीपीआरओ कमल सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी ने देश की मौजूदा परिस्थितियों, सरकारी योजनाओं की बाधित कार्यप्रणाली और अधिकारियों के निर्देशों की उपेक्षा को गंभीरता से लेते हुए यह सख्त कदम उठाया है। निलंबन के दौरान सभी कर्मियों को अपने निर्धारित नए मुख्यालयों में योगदान देना अनिवार्य किया गया है।
निलंबित कर्मचारियों की सूची
प्रशासन द्वारा निलंबित कर्मचारियों की सूची इस प्रकार है:
बाजपट्टी अंचल कार्यालय: भूषण कुमार, पंकज कुमार, अजीत कुमार पोद्दार, संतोष कुमार, महेश कुमार, दिनेश कुमार, श्रीमती रिंकी कुमारी
रीगा अंचल कार्यालय: अमरदीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार, श्रवण कुमार, अविनाश कुमार
मेजरगंज अंचल कार्यालय: शिव कुमार, विकास कुमार, रवि कुमार
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी सेवा में अनुशासन सर्वोपरि है और भविष्य में भी यदि कोई कर्मचारी कार्य में लापरवाही या आदेशों की अवहेलना करेगा, तो उसके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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