सारस न्यूज, वेब डेस्क।
अंतरराष्ट्रीय मचों पर आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरने के लिए केंद्र सरकार ने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों में भेजने का निर्णय लिया है। यह प्रतिनिधिमंडल मई के अंत तक कई महत्वपूर्ण देशों की यात्रा करेगा, जहां भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और पाकिस्तान की भूमिका को लेकर सशक्त पक्ष रखा जाएगा।
सरकार की ओर से इस डेलिगेशन में कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम प्रस्तावित किया गया था, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उन्हें शामिल करने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, हाल के समय में थरूर द्वारा पार्टी लाइन से हटकर दिए गए बयानों के कारण कांग्रेस नेतृत्व उनसे खफा चल रहा है। यही वजह है कि पार्टी ने उन्हें प्रतिनिधिमंडल से बाहर रखने का फैसला किया।
कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि केंद्र द्वारा थरूर का नाम सुझाए जाने के बाद पार्टी ने स्पष्ट कर दिया था कि डेलिगेशन में कांग्रेस की ओर से कौन शामिल होगा, यह फैसला पार्टी खुद करेगी। अंततः पार्टी द्वारा जो नाम भेजे गए, उनमें थरूर का नाम नहीं था।
सरकार की ओर से घोषित डेलिगेशन में बीजेपी के रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, एनसीपी की सुप्रिया सुले, शिवसेना (शिंदे गुट) के श्रीकांत शिंदे, डीएमके की कनीमोझी और जेडीयू के संजय कुमार झा को शामिल किया गया है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पहल को लेकर कहा, “ऐसे अहम मौकों पर भारत एकजुट होता है। यह डेलिगेशन भारत की आतंकवाद के खिलाफ ‘शून्य सहनशीलता’ की नीति का संदेश वैश्विक मंचों तक ले जाएगा। यह राष्ट्रीय एकता की ताकत का परिचायक है, जो राजनीति से ऊपर है।”
प्रतिनिधिमंडल की यह पहल भारत की विदेश नीति में एक सशक्त कूटनीतिक प्रयास मानी जा रही है