आंध्र प्रदेश के कर्नूल जिले के चिन्नाटेकुरु गांव के पास शुक्रवार तड़के एक बस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। एक निजी स्लीपर बस, जो हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही थी, मोटरसाइकिल से टकरा कर अचानक आग की लपटों में घिर गई। इस भीषण हादसे में कम से कम 25 यात्रियों की मौत हुई है और दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं।
🔥 घटना का सिलसिला
रात लगभग 3 बजे, जब अधिकांश यात्री सोए हुए थे, तो चिन्नाटेकुरु गांव के समीप मोटरसाइकिल बस से पीछे से जा टकराई। मोटरसाइकिल के बस की टंकी या इंजन के नीचे फंसने से हुई चिंगारी ने तुरंत आग पकड़ ली। कुछ ही पलों में बस पूरी तरह जल गई। पुलिस ने बताया कि बस में लगभग 40 यात्रियों के होने का अनुमान है। कुछ लोग खिड़कियां तोड़ कर सुरक्षित बाहर निकले, लेकिन कई लोग अब भी फंसे हुए बताए जाते हैं।
🧑🚒 बचाव व प्रतिक्रिया
जल्द ही अग्निशमन दल और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि कई यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।
📋 जांच में जुटी टीम
आंध्र प्रदेश सरकार ने तत्काल घटना की जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में मोटरसाइकिल के बस के नीचे फंसने और टक्कर के बाद बस टंकी से पेट्रोल लीक होने तथा आग के कारणों में से एक माना जा रहा है। पुलिस फोरेंसिक टीम को मामले की समीक्षा हेतु तैनात किया गया है।
⚠️ सुरक्षा चिंताएं
यह घटना एक बार फिर भारत के सड़क परिवहन सुरक्षा मानकों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि विशेष रूप से रात के समय चलने वाली स्लीपर बसों में ईमरजेंसी एग्जिट, अग्नि नि:शण्यासाठी उपकरण और नियमित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाना चाहिए।—इस क्षोभजनक हादसे ने उस मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा एवं वाहन निरीक्षण प्रणाली की गंभीर समीक्षा करने की आवश्यकता सामने रखी है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
आंध्र प्रदेश के कर्नूल जिले के चिन्नाटेकुरु गांव के पास शुक्रवार तड़के एक बस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। एक निजी स्लीपर बस, जो हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही थी, मोटरसाइकिल से टकरा कर अचानक आग की लपटों में घिर गई। इस भीषण हादसे में कम से कम 25 यात्रियों की मौत हुई है और दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं।
🔥 घटना का सिलसिला
रात लगभग 3 बजे, जब अधिकांश यात्री सोए हुए थे, तो चिन्नाटेकुरु गांव के समीप मोटरसाइकिल बस से पीछे से जा टकराई। मोटरसाइकिल के बस की टंकी या इंजन के नीचे फंसने से हुई चिंगारी ने तुरंत आग पकड़ ली। कुछ ही पलों में बस पूरी तरह जल गई। पुलिस ने बताया कि बस में लगभग 40 यात्रियों के होने का अनुमान है। कुछ लोग खिड़कियां तोड़ कर सुरक्षित बाहर निकले, लेकिन कई लोग अब भी फंसे हुए बताए जाते हैं।
🧑🚒 बचाव व प्रतिक्रिया
जल्द ही अग्निशमन दल और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि कई यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।
📋 जांच में जुटी टीम
आंध्र प्रदेश सरकार ने तत्काल घटना की जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में मोटरसाइकिल के बस के नीचे फंसने और टक्कर के बाद बस टंकी से पेट्रोल लीक होने तथा आग के कारणों में से एक माना जा रहा है। पुलिस फोरेंसिक टीम को मामले की समीक्षा हेतु तैनात किया गया है।
⚠️ सुरक्षा चिंताएं
यह घटना एक बार फिर भारत के सड़क परिवहन सुरक्षा मानकों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि विशेष रूप से रात के समय चलने वाली स्लीपर बसों में ईमरजेंसी एग्जिट, अग्नि नि:शण्यासाठी उपकरण और नियमित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाना चाहिए।—इस क्षोभजनक हादसे ने उस मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा एवं वाहन निरीक्षण प्रणाली की गंभीर समीक्षा करने की आवश्यकता सामने रखी है।
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