सारस न्यूज, वेब डेस्क।
राजस्थान के दौसा में ‘डॉक्टर डेथ’ गिरफ्तार: 26 से अधिक हत्याओं और अवैध किडनी रैकेट में शामिल था सीरियल किलर डॉ. देवेंद्र शर्मा
राजस्थान पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। कुख्यात फरार सीरियल किलर और अवैध अंग प्रत्यारोपण रैकेट चलाने वाला डॉ. देवेंद्र शर्मा उर्फ ‘डॉक्टर डेथ’ को दौसा से गिरफ्तार कर लिया गया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही एक ऐसे अपराधी की कहानी सामने आई है, जिसने पिछले दो दशकों में पूरे देश को दहला दिया।
डीसीपी क्राइम आदित्य गौतम ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया, “डॉ. देवेंद्र शर्मा कई हत्या के मामलों में शामिल रहा है, इसी कारण उसे ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से जाना जाता है। अब तक उसके खिलाफ लगभग 26-27 मामलों में संलिप्तता सामने आई है। इनमें से 6-7 मामलों में उसे दोषी ठहराया जा चुका है, जहां उसे उम्रकैद की सजा और एक मामले में मृत्युदंड भी सुनाया गया है।”
डॉ. शर्मा की आपराधिक गतिविधियों की शुरुआत 1998 में हुई थी, जब वह अवैध किडनी प्रत्यारोपण रैकेट में शामिल पाया गया। वह उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से गरीब और मजबूर लोगों को ढूंढ़ कर लाता था और उनसे जबरन या धोखे से अंग निकलवाता था। इन अंगों को मोटी रकम लेकर अवैध रूप से बेचा जाता था।
इससे भी खतरनाक बात यह थी कि वह और उसका गैंग टैक्सी और ट्रक चालकों को अपना निशाना बनाते थे। पहले उन्हें लूटा जाता था, फिर बेरहमी से हत्या कर दी जाती थी। मृतकों के शवों को नदियों और तालाबों में फेंक दिया जाता था ताकि कभी बरामद न हो सकें। उनके वाहनों को अवैध बाजार में बेच दिया जाता था।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह गिरफ्तारी न केवल एक लंबे समय से फरार अपराधी को पकड़ने में सफल रही, बल्कि कई पुराने अनसुलझे मामलों को फिर से खोलने का रास्ता भी साफ कर रही है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल थे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसे एक बड़ी कामयाबी बताया और कहा कि देश के कई राज्यों में भय फैलाने वाले इस अपराधी की गिरफ्तारी से लोगों को राहत मिलेगी।
हालांकि डॉ. देवेंद्र शर्मा कानून की गिरफ्त में है, लेकिन उसके अपराधों से जुड़ी सच्चाई और पीड़ितों को न्याय दिलाने का सफर अब शुरू हुआ है।
