भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने मतदाता सूची को शुद्ध और अद्यतन करने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के दूसरे चरण की शुरुआत मंगलवार, 4 नवंबर 2025 से कर दी है। यह चरण नौ राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों में एक साथ चलाया जाएगा।
इससे पहले पहला चरण बिहार में आयोजित किया गया था, जहां 7.42 करोड़ मतदाताओं के नाम वाली अंतिम सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की गई थी। बिहार में विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर से शुरू होने जा रहा है।
🔹 क्या है SIR और क्यों चलाया जा रहा है यह अभियान?
SIR यानी Special Intensive Revision निर्वाचन आयोग का एक विशेष कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य देशभर की मतदाता सूचियों को सटीक और अद्यतन बनाना है।
इस अभियान के तहत—
छूटे हुए योग्य मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे,
मृत, दोहराए गए या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे,
और गैर-भारतीय नागरिकों के नामों को सूची से बाहर किया जाएगा।
यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि हर नागरिक की वैध पहचान और मतदान अधिकार सुरक्षित रहें।
🔹 किन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में शुरू हो रहा है दूसरा चरण?
इस चरण में कुल 12 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश शामिल हैं —
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
लक्षद्वीप
छत्तीसगढ़
गोवा
गुजरात
केरल
मध्य प्रदेश
पुडुचेरी
राजस्थान
तमिलनाडु
उत्तर प्रदेश
पश्चिम बंगाल
🔹 किन राज्यों में जल्द चुनाव होंगे?
इनमें से कुछ राज्यों में निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव होने हैं।
बिहार में मतदान 6 नवंबर से शुरू होगा।
जबकि तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में चुनाव 2026 में होंगे।
असम के लिए अलग से मतदाता सूची पुनरीक्षण की घोषणा की जाएगी, क्योंकि वहां नागरिकता सत्यापन की प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि असम में नागरिकता कानून (Citizenship Act) के विशेष प्रावधान लागू हैं, इसलिए वहां अलग आदेश और तिथि तय की जाएगी।
🔹 कब तक चलेगा यह अभियान?
दूसरे चरण का यह SIR अभियान 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद —
9 दिसंबर को प्रारंभिक मतदाता सूची (Draft Rolls) जारी होगी।
दावे और आपत्तियां जनवरी 2026 तक स्वीकार की जाएंगी।
और अंततः 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
🔹 SIR का इतिहास
यह स्वतंत्रता के बाद का नौवां विशेष पुनरीक्षण अभियान है। पिछली बार SIR का आयोजन 2002 से 2004 के बीच हुआ था — यानी इस तरह का बड़ा राष्ट्रीय स्तर का मतदाता सत्यापन अभियान 21 साल बाद फिर से शुरू किया गया है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने मतदाता सूची को शुद्ध और अद्यतन करने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के दूसरे चरण की शुरुआत मंगलवार, 4 नवंबर 2025 से कर दी है। यह चरण नौ राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों में एक साथ चलाया जाएगा।
इससे पहले पहला चरण बिहार में आयोजित किया गया था, जहां 7.42 करोड़ मतदाताओं के नाम वाली अंतिम सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की गई थी। बिहार में विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर से शुरू होने जा रहा है।
🔹 क्या है SIR और क्यों चलाया जा रहा है यह अभियान?
SIR यानी Special Intensive Revision निर्वाचन आयोग का एक विशेष कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य देशभर की मतदाता सूचियों को सटीक और अद्यतन बनाना है।
इस अभियान के तहत—
छूटे हुए योग्य मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे,
मृत, दोहराए गए या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे,
और गैर-भारतीय नागरिकों के नामों को सूची से बाहर किया जाएगा।
यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि हर नागरिक की वैध पहचान और मतदान अधिकार सुरक्षित रहें।
🔹 किन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में शुरू हो रहा है दूसरा चरण?
इस चरण में कुल 12 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश शामिल हैं —
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
लक्षद्वीप
छत्तीसगढ़
गोवा
गुजरात
केरल
मध्य प्रदेश
पुडुचेरी
राजस्थान
तमिलनाडु
उत्तर प्रदेश
पश्चिम बंगाल
🔹 किन राज्यों में जल्द चुनाव होंगे?
इनमें से कुछ राज्यों में निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव होने हैं।
बिहार में मतदान 6 नवंबर से शुरू होगा।
जबकि तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में चुनाव 2026 में होंगे।
असम के लिए अलग से मतदाता सूची पुनरीक्षण की घोषणा की जाएगी, क्योंकि वहां नागरिकता सत्यापन की प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि असम में नागरिकता कानून (Citizenship Act) के विशेष प्रावधान लागू हैं, इसलिए वहां अलग आदेश और तिथि तय की जाएगी।
🔹 कब तक चलेगा यह अभियान?
दूसरे चरण का यह SIR अभियान 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद —
9 दिसंबर को प्रारंभिक मतदाता सूची (Draft Rolls) जारी होगी।
दावे और आपत्तियां जनवरी 2026 तक स्वीकार की जाएंगी।
और अंततः 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
🔹 SIR का इतिहास
यह स्वतंत्रता के बाद का नौवां विशेष पुनरीक्षण अभियान है। पिछली बार SIR का आयोजन 2002 से 2004 के बीच हुआ था — यानी इस तरह का बड़ा राष्ट्रीय स्तर का मतदाता सत्यापन अभियान 21 साल बाद फिर से शुरू किया गया है।
Leave a Reply