विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किशनगंज सहित पू. सी. रेल के 55 स्टेशनों एवं पूरे देश में 508 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होने जा रहा है। पीएम मोदी 06 अगस्त को देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। वहीं किशनगंज रेलवे स्टेशन को इस योजना के तहत 42.3 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए हैं। ये स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं। कार्यक्रम के मुताबिक इसमें कहा गया है कि देश भर में 1309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत एन एफ रेलवे के कुल 91 स्टेशनों का चयन किया गया है। जिसमें 56 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला 06 अगस्त को रखी जाएगी। 56 स्टेशनों में असम के 32 स्टेशन, त्रिपुरा के 03 स्टेशन, पश्चिम बंगाल के 16 स्टेशन, बिहार के 03 स्टेशन और नागालैंड एवं मेघालय के एक-एक स्टेशन है। पू. सी. रेल के अधीन 91 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 5100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जिसमें 1960 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग इन 56 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए किया जाएगा। प्रत्येक ऐसे स्टेशन पर स्टेशन तक आसान पहुंच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, स्वच्छता, मुफ्त वाई-फाई, ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ जैसी योजनाओं के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, एक्जिक्यूटिव लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए नामांकित स्थान, लैंडस्केपिंग आदि जैसी सुविधाओं में सुधार के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और कई चरणों में उसके कार्यान्वयन शामिल हैं। इस योजना के अंतर्गत दीर्घावधि में स्टेशन पर भवनों का उन्नयन, शहर के दोनों किनारों के साथ स्टेशन को एकीकृत करना, मल्टीमॉडल एकीकरण, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, स्थायी और पर्यावरण अनुकूल समाधान, बलास्ट रहित ट्रैकों का प्रावधान, आवश्यकतानुसार ‘रूफ प्लाजा’, चरणबद्धता और व्यवहार्यता तथा सिटी सेंटर के निर्माण की भी परिकल्पना की गई है।
स्थानीय संस्कृति और विरासत से प्रेरित होंगे यह स्टेशन:
योजना के तहत शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित शहर के समग्र शहरी विकास की समग्र दृष्टि से प्रेरित है। स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। इसके साथ ही यह रेलवे स्टेशन आधुनिक यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किए जाएंगे। स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानी संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। यह रेलवे स्टेशन उस शहर या स्थान की खूबसूरती को प्रदर्शित करेगी।