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आगामी 29 मई को प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय ठाकुरगंज में स्थापित की जाएगी सेनेटरी पैड वेंडिंग एवं भस्मक मशीन।

सारस न्यूज, किशनगंज।

नगर स्थित प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय ठाकुरगंज में माहवारी स्वच्छता को लेकर 29 मई को राज्यव्यापी माहवारी स्वच्छता प्रबंधन कार्यक्रम के तहत सेनेटरी पैड वेंडिंग एवं भस्मक मशीन स्थापित किया जाएगा। इससे विद्यालय में अध्ययनरत किशोर बालिकाओं में माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरुकता बढ़ेगी। साथ ही माहवारी के दौरान स्वच्छता बरतने के लिए स्कूल की बालिकाओं के माध्यम से समाज की महिलाओं में भी जागरूकता लाई जाएगी। चूंकि 28 मई रविवार को पुरा वर्ल्ड मेन्स्ट्रुअल हाइजीन डे अर्थात विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस मना रहा है। इसलिए इस दिवस को चुना गया।

उक्त बातों की जानकारी प्लस टू प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय ठाकुररगंज की विज्ञान शिक्षिका सह जिला के मास्टर ट्रेनर मधु श्रद्धा जो गत चार वर्षों से अपने विद्यालय में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन योजना को सक्रिय रूप से चला रही हैं, ने बताया कि विद्यालय के किशोरी शौचालय में ही सेनेटरी पैड वेंडिंग एवं भस्मक (डिस्ट्रॉय) मशीन स्थापित की जाएगी। यह मशीन बिल्कुल एटीएम मशीन जैसी होती है जिसमें 1 रुपया से 5 रुपए तक के सिक्के डाल कर सैनिटरी नेपकिन को विद्यालय में प्राप्त किया जा सकता है।

यह मशीन बच्चियों के लिए काफी लाभदायक है। इस मशीन के आने से अब छात्राएं बीच में विद्यालय छोड़कर नहीं जाएगी और अपने पिरियड के दिनों में भी सुरक्षित महसूस कर के विद्यालय में पढाई कर पाएगी।
शिक्षिका मधु श्रद्धा ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य किशोर बालिकाओं को मासिक स्वच्छता के प्रति सजगता एवं उनके साथ समाज के सभी लोगों को भी जागरूक करने की कोशिश है। बालिकाओं को पीरियड्स यानी महीने के उन पांच दिनों में स्वच्छता और सुरक्षा के लिए जागरूक करना है। ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षा की दृष्टि से लैंगिक समानता लाना, यौन शिक्षा एवं माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जागरूकता के साथ साथ समुदायों में माहवारी स्वच्छता को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि मासिक पर किशोरियां जितनी अपनी चुप्पी तोड़ेगी उतना ही समुदाय में इस बात पर झिझक खत्म होगी। समाज में महिलाओं के साथ भेदभाव तब तक खत्म नहीं हो सकता जब तक महिलाएं अपनी समस्याओं के प्रति संवेदनशील नहीं होगे। उन्होंने कहा कि अभी भी मासिक स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषय पर परिवार और समाज में खुल कर बात नहीं होती। जो काफी सोचनीय है।

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