मात्स्यिकी महाविद्यालय किशनगंज एलुमनी एसोसिएशन (कोफका) व अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ (आइसा) मत्स्य अध्याय के बैनर तले बुधवार से अर्राबाड़ी स्थित मात्स्यिकी महाविद्यालय किशनगंज के प्रांगण में राष्ट्रीय स्तर का तीन दिवसीय मत्स्य मेला का आयोजन किया जाएगा। मात्स्यिकी महाविद्यालय के सभागार में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर उक्त बातों की जानकारी देते हुए बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ रामेश्वर सिंह ने बताया कि उक्त तीन दिवसीय मत्स्य मेला कार्यक्रम का आयोजन सतत मत्स्य पालन के माध्यम से ग्रामीण गरीबी को समृद्धि में बदलने के उद्देश्य से (टीआरपीएसएफ-2023 ) विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन के साथ किया जाएंगे।
उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम में देशभर से 40 से अधिक संस्थान और 400 वैज्ञानिक, शिक्षाविद, छात्र, किसान भाग लेंगे। इस मेले का मुख्य उद्देश्य लोगों के लिए एक पोषक भोजन के रूप में मछली सेवन को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्रों में मछली पालने एवं पकड़ने वाले समुदायों के उत्थान पर होगा।
मत्स्य मेला-2023 के रोमांचक कार्यक्रम के अंतर्गत फूड फिश शो (टेबल साइज फिश, छोटी देसी मछलिया), सजावटी मछली शो (स्वदेशी और विदेशी), मछली स्पा, स्वस्थ मछली व्यंजन प्रतियोगिता, मूल्य वर्धित मछली उत्पादों की प्रदर्शनी, फिशिंग गियर, क्राफ्ट, मॉडल डिस्प्ले मछली आधारित मिथिला पेंटिंग व शॉपीस प्रदर्शनी, मात्स्यिकी में आईटीके एक्वेरियम, एक्वा फीड, विभिन्न एक्वा इनपुट और मशीनरी प्रदर्शनी, किसान- वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उक्त कार्यक्रम के समन्वयक सह मात्स्यिकी महाविद्यालय किशनगंज के डीन डॉ वेद प्रकाश सैनी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि किसान- वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों को मछली पालन और विपणन के दौरान सामना किए गए अपने व्यावहारिक मुद्दों को व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। सत्र के दौरान विशेषज्ञ, किसानों की समस्याओं का निदान एव मार्गदर्शन करेंगे। आयोजन प्रचार अध्यक्ष सह सहायक प्रोफेसर भारतेंदु विमल एवं आयोजन सचिव सह एईएम के प्रमुख तापस पॉल के अनुसार मेले में शामिल प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
इसमें विभागीय मंत्री, मत्स्य विभाग के वरीय अधिकारी, मछली उत्पादक, सहकारी समितियाँ, गैर सरकारी संगठन, केवीके, आईसीएआर संस्थान, मत्स्य महाविद्यालय, उद्यमी और उद्योग सहित अन्य लक्षित प्रतिभागी भाग लेंगे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
मात्स्यिकी महाविद्यालय किशनगंज एलुमनी एसोसिएशन (कोफका) व अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ (आइसा) मत्स्य अध्याय के बैनर तले बुधवार से अर्राबाड़ी स्थित मात्स्यिकी महाविद्यालय किशनगंज के प्रांगण में राष्ट्रीय स्तर का तीन दिवसीय मत्स्य मेला का आयोजन किया जाएगा। मात्स्यिकी महाविद्यालय के सभागार में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर उक्त बातों की जानकारी देते हुए बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ रामेश्वर सिंह ने बताया कि उक्त तीन दिवसीय मत्स्य मेला कार्यक्रम का आयोजन सतत मत्स्य पालन के माध्यम से ग्रामीण गरीबी को समृद्धि में बदलने के उद्देश्य से (टीआरपीएसएफ-2023 ) विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन के साथ किया जाएंगे।
उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम में देशभर से 40 से अधिक संस्थान और 400 वैज्ञानिक, शिक्षाविद, छात्र, किसान भाग लेंगे। इस मेले का मुख्य उद्देश्य लोगों के लिए एक पोषक भोजन के रूप में मछली सेवन को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्रों में मछली पालने एवं पकड़ने वाले समुदायों के उत्थान पर होगा।
मत्स्य मेला-2023 के रोमांचक कार्यक्रम के अंतर्गत फूड फिश शो (टेबल साइज फिश, छोटी देसी मछलिया), सजावटी मछली शो (स्वदेशी और विदेशी), मछली स्पा, स्वस्थ मछली व्यंजन प्रतियोगिता, मूल्य वर्धित मछली उत्पादों की प्रदर्शनी, फिशिंग गियर, क्राफ्ट, मॉडल डिस्प्ले मछली आधारित मिथिला पेंटिंग व शॉपीस प्रदर्शनी, मात्स्यिकी में आईटीके एक्वेरियम, एक्वा फीड, विभिन्न एक्वा इनपुट और मशीनरी प्रदर्शनी, किसान- वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उक्त कार्यक्रम के समन्वयक सह मात्स्यिकी महाविद्यालय किशनगंज के डीन डॉ वेद प्रकाश सैनी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि किसान- वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों को मछली पालन और विपणन के दौरान सामना किए गए अपने व्यावहारिक मुद्दों को व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। सत्र के दौरान विशेषज्ञ, किसानों की समस्याओं का निदान एव मार्गदर्शन करेंगे। आयोजन प्रचार अध्यक्ष सह सहायक प्रोफेसर भारतेंदु विमल एवं आयोजन सचिव सह एईएम के प्रमुख तापस पॉल के अनुसार मेले में शामिल प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
इसमें विभागीय मंत्री, मत्स्य विभाग के वरीय अधिकारी, मछली उत्पादक, सहकारी समितियाँ, गैर सरकारी संगठन, केवीके, आईसीएआर संस्थान, मत्स्य महाविद्यालय, उद्यमी और उद्योग सहित अन्य लक्षित प्रतिभागी भाग लेंगे।
Leave a Reply