सारस न्यूज टीम, दिघलबैंक।
गृह मंत्रालय भारत सरकार के 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के जवानों ने गुरुवार को प्लस टू उच्च विद्यालय तुलसिया में आपदा प्रबंधन व नियंत्रण को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में सीओ जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों के अलावे स्कूली बच्चों ने भाग लिया। प्रशिक्षण देते हुए एनडीआरएफ की टीम के इंस्पेक्टर ओपी गोस्वामी ने बाढ़ से बचाव के लिए जानकारी देते हुए कहा कि इस समय लोगों को अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए। जब भारी बारिश के बाद गांव में बाढ़ आ जाए तो सकुशल बाहर आने के लिए घर में परे बेकार की वस्तुओं जैसे कि खाली प्लास्टिक की बोतलों, जार, फुटबॉल, सूखें हुए नारियल,बांस आदि से तैयार उपायों की मदद से पानी भरे निचले इलाकों से निकला जा सकता हैं। पानी में कोई व्यक्ति डूबने लगे तो उसके बचाव के लिए बांस, रस्सी की मदद से डूबते हुए व्यक्ति को भी बचाया जा सकता हैं।
जवानों ने बाढ़ के पानी से निकलने के बचाव के लिए बच्चों और ग्रामीणों को कई मॉकड्रिल कर दिखाया। साथ ही इलाके में पानी भरने से सांप का प्रकोप भी बढ़ जाता है। जब कभी किसी व्यक्ति को जहरीला सांप काट ले तो सबसे पहले बिना डरे प्राथमिक उपचार की जानकारी दी गई ताकि समय रहते इलाजकर जान बचाया जा सके। प्रशिक्षण शिविर में सीओ मो. अबु नसर, राजस्व अधिकारी रजनीश कुमार, इंस्पेक्टर ओपी गोस्वामी, एएसआई एम चन्द्र साह, हेड कांस्टेबल रविन्द्र कुमार, सिटी देवराज, मो. शाहनवाज, मोरे योगेश, अभिषेक कुमार, विद्यालय के शिक्षक तनवीर हसन, महानन्द झा, सरफराज आलम, हेमंत कुमार, सत्यम कुमार, मुखिया कृष्णा प्रसाद सिंह, मेराज रजा, वार्ड सदस्य प्रतिनिधि मुमताज आलम, नाजीर इस्लामुद्दीन आदि लोग मौजूद थे।