विजय गुप्ता, सारस न्यूज़, किशनगंज।
एन.एफ. रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और बेहतर सुविधाओं के साथ पारंपरिक कोचो का आधुनिक एलएचबी कोचो में बदलाव किया है। पू. सी. रेल से शुरू होने वाली कुल 40 ट्रेने अब एलएचबी कोच में परिवर्तित की गई है और उच्च गति के साथ पटरी पर दौड़ रही है एवं आधुनिक एलएचबी कोच जो यात्रियों को अधिक आराम और सुरक्षा प्रदान करते है एन. एफ.रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सब्यसाची डे ने बताया यात्री सुरक्षा और सुविधा पू. सी. रेल के प्रमुख विश्वसनीय कारकों में से एक है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा में सुधार हेतु एक पहल के रूप में पू.सी. रेल ने मौजूदा पारंपरिक रेको को एलएचबी डिजाइन रेकों में बदलकर प्रमुख कदम उठाए हैं। एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुरा) कोचों को बेहतर यात्री सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है। एलएचबी कोचों का निर्माण टक्कर-रोधी प्रौद्योगिकी के साथ किया जाता है। जो दुर्घटना के दौरान कम मौत का कारण बनता है। ये कोच हल्के वजन वाले कम संक्षारक स्टेनलेस स्टील से बने होते हैं। जिनमें आईसीएफ कोचों की तुलना में उच्च वहन क्षमता, गति क्षमता और बेहतर सुरक्षा विशेषताएं होती हैं। अंदरूनी हिस्से अल्युमीनियम से बने होते हैं जो पारंपरिक रेक की तुलना में इसे हल्का बनाते हैं। प्रत्येक कोच में उच्च गति पर कुशल ब्रेकिंग के लिए एक “उन्नत वायवीय डिस्क ब्रेक सिस्टम भी है, ‘मॉड्यूलर इंटीरियर्स’, जो छत एवं सामान रेक और चौड़ी खिड़कियों में प्रकाश व्यवस्था को एकीकृत करता है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने बताया वर्ष 2021-22 के दौरान, पू.सी. रेल की 07 ट्रेनों को आईसीएफ से एलएचबी में परिवर्तित किया गया था। इस प्रकार, पू.सी. रेल से शुरू होने वाली कुल 40 ट्रेने अब एलएचबी में परिवर्तित हो गई है, और उच्च गति के साथ दौड़ रही है। वहीं आधुनिक एलएचबी कोच, जो यात्रियों को अधिक आराम और सुरक्षा प्रदान करते है। एलएचबी कोचों की हाइड्रोलिक शॉक अबसॉरबर और बेहतर सस्पेंशन सिस्टम प्रणाली पारंपरिक रेक की तुलना में यात्रियों के लिए अधिक आराम वाली सवारी सुनिश्चित करती है। एलएचबी कोच की वातानुकुलित प्रणाली पुराने रेकों की तुलना में बेहतर है और इसे एक माइक्रोप्रोसेसर द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो गर्मियों के दौरान यात्रियों को बेहतर आराम देता है। सिस्टम को सर्दियों के मौसम के दौरान सुविधाजनक बनाने के लिए एक हीटिंग यूनिट के साथ सक्षम भी किया गया है। इन एलएचबी कोचों को सेंटर बफर कपलिंग (सीबीसी) प्रदान किया जाता है। जो अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है। चलती ट्रेनों में आग की रोकथाम की तकनीक को बढ़ाने के लिए कुल 378 गैर वातानुकूलित कोचों में चोरी-रोधी व्यवस्था के साथ अग्निशमन यत्र प्रणालियां प्रदान किये जाने से कोचों की कुल संख्या 1685 हो गई है। इसके अलावा, 22 एसी कोचों में फायर डिटेक्शन सिस्टम लगाया गया है। जो किसी भी कोच में आग लगने की स्थिति में अलार्म के साथ-साथ ट्रेन के ऑटो स्टॉपेज को सक्रिय करता है। अब कुल 1685 गैर वातानुकूलित कोच, 190 वातानुकूलित कोच 98 पावर कार और 38 पेंट्री कारों में आग की रोकथाम के लिए सुरक्षा प्रावधान प्रदान किए गए हैं।