चिकित्सकों के साथ हुए दुर्व्यवहार और लंबित मांगों के समर्थन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज में कार्यरत सरकारी डॉक्टरों ने बुधवार को काली पट्टी बांधकर काम किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बिहार राज्य शाखा के आह्वान पर सीएचसी के सभी सरकारी चिकित्सक गुरुवार को भी काली पट्टी बांध कर लोगों का ईलाज करेंगे।
उक्त बातें कहते हुए सीएचसी ठाकुरगंज के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि राज्य के सभी चिकित्सक बुधवार एवं गुरुवार को काली पट्टी बांध कर काम करेंगे जबकि 18 एवं 19 अगस्त को सभी डॉक्टर ओपीडी में काम नहीं करेंगे। बायोमेट्रिक्स हाजिरी बनाने के खिलाफ एवं बिपार्ड गया में प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सकों के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ यह विरोध प्रकट किया जा रहा है। साथ ही यह हड़ताल लंबित मांगों के समर्थन में बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ (भासा) ने यह निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि भासा ने डॉक्टरों को सुरक्षा कार्यस्थल पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था को बहाल करने के लिए स्वास्थ्य पुलिस बल की व्यवस्था एवं मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्यवाही सुनिश्चित हो, की मांग सरकार से की हैं।विपार्ड ट्रेनिंग के दौरान चिकित्सकों को उचित अवासीय, भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित होने के बाद ही अगले बैच को भेजा जाय। 7वां बैच के विपार्ड के दौरान 12 चिकित्सकों पर कोई भी अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की जाय।कार्य अवधि का निर्धारण एवं अवासीय सुविधा के बिना बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए चिकित्सकों को बाध्य नहीं किया जाए। ऐच्छिक पदस्थापना व गृह जिला एवं पति-पत्नी का एक जगह पदस्थापन की प्रक्रिया की जाय। डीएसीपी एवं रेगुलर प्रमोशन को सुनिश्चित करें आदि की मांग की है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त मांगों को ले 18 एवं 19 अगस्त को सभी सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
चिकित्सकों के साथ हुए दुर्व्यवहार और लंबित मांगों के समर्थन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज में कार्यरत सरकारी डॉक्टरों ने बुधवार को काली पट्टी बांधकर काम किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बिहार राज्य शाखा के आह्वान पर सीएचसी के सभी सरकारी चिकित्सक गुरुवार को भी काली पट्टी बांध कर लोगों का ईलाज करेंगे।
उक्त बातें कहते हुए सीएचसी ठाकुरगंज के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि राज्य के सभी चिकित्सक बुधवार एवं गुरुवार को काली पट्टी बांध कर काम करेंगे जबकि 18 एवं 19 अगस्त को सभी डॉक्टर ओपीडी में काम नहीं करेंगे। बायोमेट्रिक्स हाजिरी बनाने के खिलाफ एवं बिपार्ड गया में प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सकों के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ यह विरोध प्रकट किया जा रहा है। साथ ही यह हड़ताल लंबित मांगों के समर्थन में बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ (भासा) ने यह निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि भासा ने डॉक्टरों को सुरक्षा कार्यस्थल पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था को बहाल करने के लिए स्वास्थ्य पुलिस बल की व्यवस्था एवं मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्यवाही सुनिश्चित हो, की मांग सरकार से की हैं।विपार्ड ट्रेनिंग के दौरान चिकित्सकों को उचित अवासीय, भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित होने के बाद ही अगले बैच को भेजा जाय। 7वां बैच के विपार्ड के दौरान 12 चिकित्सकों पर कोई भी अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की जाय।कार्य अवधि का निर्धारण एवं अवासीय सुविधा के बिना बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए चिकित्सकों को बाध्य नहीं किया जाए। ऐच्छिक पदस्थापना व गृह जिला एवं पति-पत्नी का एक जगह पदस्थापन की प्रक्रिया की जाय। डीएसीपी एवं रेगुलर प्रमोशन को सुनिश्चित करें आदि की मांग की है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त मांगों को ले 18 एवं 19 अगस्त को सभी सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे।
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