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किशनगंज के 1890 आंगनबाड़ी केंद्रों का होगा सामाजिक अंकेक्षण, कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए 20 को होगी ऑडिट।

सारस न्यूज, किशनगंज।

भोजपुर के 1890 आंगनबाड़ी केंद्रों का 20 जून को सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा। इसकी तैयारी सभी केन्द्रों पर शुरू हो गई है। कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए विभाग की ओर से सामाजिक अंकेक्षण कराया जा रहा है। आईसीडीएस निदेशक ने इस आशय का पत्र जारी किया है। डीएम को भेजे गये पत्र के आलोक में आईसीडीएस डीपीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया गया है। सामाजिक अंकेक्षण में पोषक क्षेत्र के लोगों को सरकार की ओर से संचालित योजनाओं की जानकारी दी जायेगी। साथ ही इसकी समीक्षा की जाएगी कि इसका लाभ बच्चों को मिल रहा है कि नहीं। इसके बाद इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार के पास भेजी जायेगी। सामान्य जन की सहभागिता सुनिश्चित करने एवं सरकार के कार्यों में पारदर्शिता लाने के मकसद से संचालित योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण समिति के माध्यम कराया जा रहा है। सोशल ऑडिट को लेकर जिला प्रोग्राम अधिकारी ने सभी केंद्रों पर तैयारी रखने का आदेश दिया है। सरकार ने सामाजिक अंकेक्षण केंद्र अथवा कोई सार्वजनिक स्थल पर करने का आदेश दिया है। सामाजिक अंकेक्षण का कार्य केंद्र पर गठित सामाजिक अंकेक्षण समिति करेगी।

सोशल ऑडिट में भाग लेंगे पोषक क्षेत्र के लाभार्थी :-

20 जून को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर होने वाले सामाजिक अंकेक्षण कार्य के दौरान पंचायत के विकास मित्र, पंचायत सचिव एवं संबंधित केंद्र के दो चयनित लाभार्थी सदस्य के रूप उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा पोषक क्षेत्र के सभी लाभार्थी मौजूद रहेंगे। इसके बाद मौजूद सभी लोगों को संबंधित पदाधिकारियों की ओर से आंगनबाड़ी स्तर पर चल रही सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी विस्तारपूर्वक दी जायेगी। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिकाएं सभी केंद्रों का भ्रमण कर गतिविधियों की मॉनिटरिंग करेंगी।

ऑडिट में इन बिंदुओं की होगी समीक्षा:-

आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण (ऑडिट) में विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की जायेगी। इसमें आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन में अनियमितता, बच्चों की उपस्थिति, माह में कम से कम 25 दिनों तक लाभार्थियों को पूरक पोषाहार, टीएचआर की आपूर्ति, बच्चों के टीकाकरण, पोषक की स्थिति, कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की संख्या, स्कूल पूर्व शिक्षा की क्रियाशीलता, बाल कुपोषण मुक्त बिहार से संबंधित सामग्रियों की उपलब्धता व उनका उपयोग, केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाएं, आधारभूत संरचना, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, खेलने की जगह, स्कूल पूर्व शिक्षा किट्स, मेडिसिन किट्स, खाना बनाने व खाने हेतु बर्तन आदि की समीक्षा की जायेगी।

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