सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड के अर्राबाड़ी स्थित डा. कलाम कृषि कॉलेज का संपर्क पथ काफी जर्जर अवस्था में है। कॉलेज तक पहुंचने के लिए छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। अब यहां मत्स्य व पशुपालन कॉलेज भी शुरु हो चुका है। यहां तीन महत्वपूर्ण कॉलेज रहने के बाद भी बिडंबना है कि आज तक कॉलेज तक पहुंचनेवाली संपर्क पथ नहीं बन सकी है। कॉलेज आने जाने के लिए शिक्षकों व छात्रों को बड़े गढ्ढे के साथ कीचड़मय सड़क से गुजरना पड़ता है। दिनों दिन सड़कों की स्थिति और भी दयनीय होते जा रही है। इस अर्राबाड़ी कॉलेज जानेवाली सड़क होकर बालू लदे वाहनों के गुजरने से सड़क पर बड़े गढ्ढे बन गए हैं। कई जगह पर सड़क कीचड़मय भी बन चुकी है। जिससे होकर आवाजाही करना शिक्षकों व छात्रों सहित ग्रामीणों के लिए कष्टदायक बनता जा रहा है। इस सड़क की दुर्दशा देख लोग पुराने यादों में खो जाते हैं कि किस तरह पगडंडियों पर बैलगाड़ियां चलती थी। ठीक वही हाल इस सड़क का होता जा रहा है।
बताते चलें कि अर्राबारी कृषि कॉलेज शुरु हुए 8 साल हो गए। मत्स्य कॉलेज की शुरुआत 7 वर्ष पूर्व हुई। अब इस वर्ष से पशुपालन कॉलेज की भी शुरुआत हो चुकी है। लेकिन अब तक सड़क का निर्माण नहीं होना, कहीं न कहीं प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है। डॉ. कलाम कृषि कॉलेज परिसर में ही मत्स्य व पशुपालन दोनों कॉलेज संचालित हैं। कॉलेज की इतनी भव्य बिल्डिंग देखकर हर किसी का ध्यान बरबस उधर चला जाता है। लेकिन जब कॉलेज तक पहुंचने के लिए सड़क पर चलते हैं तो विकास के दावे की पोल स्वत खुल जाती है। अच्छी सड़क नहीं होने के कारण इन कॉलेजों तक पहुंचने के लिए छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया है। पर इस ओर अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं जा रहा है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। इस पर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।
इस बाबत डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि सड़क निर्माण को लेकर जमीन की समस्या दूर कर ली गयी है। हमलोगों ने जमीन अधिग्रहण कर लिया है। अब कोई समस्या नहीं है। सड़क के भूमि अधिग्रहण का मामला निपटा लिया गया है। जल्द ही सड़क का निर्माण कार्य शुरु कर दिया जाएगा।
