टाउन थाना पुलिस ने किशनगंज शहर के गाछपाड़ा के बोमा बस्ती स्थित एक घर में छापेमारी घर अवैध तरीके से एकत्रित किये गए रक्त को बरामद किया। मिली जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई है। बताया जा रहा है कि एएलटीएफ प्रभारी संजय यादव को गुप्त सूचना मिली थी कि बोमा बस्ती स्थित मो अशफाक के घर में स्मैक और ब्लड की खरीद-बिक्री की जाती है। सूचना के आधार पर थाना पुलिस की टीम दल-बल के साथ छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 20 पाउच ब्लड के साथ 6 खाली पाउच बरामद किया साथ ही ब्लड निकालने की अन्य सामग्री बरामद की। एवं कोई व्यक्ति अभी तक गिरफ्तार नही हुआ है। मालूम हो कि स्मैक के बदले नशेड़ियों से धंधेबाज के द्वारा ब्लड लिया जाता था। मिली जानकारी के मुताबिक ब्लड पाउच सिर्फ सरकारी संस्थानों को उपलब्ध करवाया जाता है। वही इतने बड़े पैमाने पर पाउच मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सवालों के घेरे में है।
वहीं किशनगंज एसपी डॉ इनामुल हक मेंगनु ने बताया की अवैध तरीके से ब्लड एकत्रित करना गैरकानूनी है और पाउच कैसे मिला। इस संदर्भ में ड्रग इंस्पेक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह का रक्त मरीज को चढ़ाने से गंभीर बीमारी हो सकती है। उन्होंने नर्सिंग होम संचालकों से भी अपील करते हुए कहा कि मुनाफाखोरी के लिए इस तरह का कार्य नही करे और अगर कोई ब्लड बेचने आता है तो पुलिस को जरूर सूचित करे। साथ ही उन्होंने बताया कि मामले में जो भी संलिप्त होंगे उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
टाउन थाना पुलिस ने किशनगंज शहर के गाछपाड़ा के बोमा बस्ती स्थित एक घर में छापेमारी घर अवैध तरीके से एकत्रित किये गए रक्त को बरामद किया। मिली जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई है। बताया जा रहा है कि एएलटीएफ प्रभारी संजय यादव को गुप्त सूचना मिली थी कि बोमा बस्ती स्थित मो अशफाक के घर में स्मैक और ब्लड की खरीद-बिक्री की जाती है। सूचना के आधार पर थाना पुलिस की टीम दल-बल के साथ छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 20 पाउच ब्लड के साथ 6 खाली पाउच बरामद किया साथ ही ब्लड निकालने की अन्य सामग्री बरामद की। एवं कोई व्यक्ति अभी तक गिरफ्तार नही हुआ है। मालूम हो कि स्मैक के बदले नशेड़ियों से धंधेबाज के द्वारा ब्लड लिया जाता था। मिली जानकारी के मुताबिक ब्लड पाउच सिर्फ सरकारी संस्थानों को उपलब्ध करवाया जाता है। वही इतने बड़े पैमाने पर पाउच मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सवालों के घेरे में है।
वहीं किशनगंज एसपी डॉ इनामुल हक मेंगनु ने बताया की अवैध तरीके से ब्लड एकत्रित करना गैरकानूनी है और पाउच कैसे मिला। इस संदर्भ में ड्रग इंस्पेक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह का रक्त मरीज को चढ़ाने से गंभीर बीमारी हो सकती है। उन्होंने नर्सिंग होम संचालकों से भी अपील करते हुए कहा कि मुनाफाखोरी के लिए इस तरह का कार्य नही करे और अगर कोई ब्लड बेचने आता है तो पुलिस को जरूर सूचित करे। साथ ही उन्होंने बताया कि मामले में जो भी संलिप्त होंगे उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी।
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