किशनगंज शहर व आसपास के नर्सिंग होम में शराब बरामद, दुष्कर्म का आरोप व नर्स की हत्या की घटना से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है। किशनगंज शहर व शहर से सटे तीन निजी नर्सिंग होम में एक माह में हुई इन घटनाओं से स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी हो रही है। इन मामले के बीच सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने जिले में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम, पैथोलॉजी लैब एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का जांच के लिए किशनगंज शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग-अलग जांच टीम गठित किया है। इस संबंध में जिले में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम पैथोलॉजी लैब एवं डायग्नोस्टिक सेंटर को लेकर जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री भी गंभीर हैं तथा जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सिविल सर्जन को टीम गठित कर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिए हैं। अवैध रूप से संचालित पैथोलॉजी लैब (जांच घर) एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का जांच के संबंध में सीएस ने बताया कि किशनगंज शहरी क्षेत्र में जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुरेश प्रसाद के अलावा सहायक औषधि नियंत्र रंजीत कुमार एवं ड्रग इंस्पेक्टर-2 (शहरी क्षेत्र) राजकुमार रंजन को शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के जांच टीम में संबंधित प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं ड्रग इंस्पेक्टर -2 संजय कुमार पासवान को शामिल किया गया है। इसके अलावा जिला स्तरीय पदाधिकारी में प्रभारी जिला भेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम एवं डीआईओ डॉ. देवेन्द्र कुमार को शामिल किया गया है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज शहर व आसपास के नर्सिंग होम में शराब बरामद, दुष्कर्म का आरोप व नर्स की हत्या की घटना से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है। किशनगंज शहर व शहर से सटे तीन निजी नर्सिंग होम में एक माह में हुई इन घटनाओं से स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी हो रही है। इन मामले के बीच सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने जिले में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम, पैथोलॉजी लैब एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का जांच के लिए किशनगंज शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग-अलग जांच टीम गठित किया है। इस संबंध में जिले में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम पैथोलॉजी लैब एवं डायग्नोस्टिक सेंटर को लेकर जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री भी गंभीर हैं तथा जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सिविल सर्जन को टीम गठित कर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिए हैं। अवैध रूप से संचालित पैथोलॉजी लैब (जांच घर) एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का जांच के संबंध में सीएस ने बताया कि किशनगंज शहरी क्षेत्र में जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुरेश प्रसाद के अलावा सहायक औषधि नियंत्र रंजीत कुमार एवं ड्रग इंस्पेक्टर-2 (शहरी क्षेत्र) राजकुमार रंजन को शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के जांच टीम में संबंधित प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं ड्रग इंस्पेक्टर -2 संजय कुमार पासवान को शामिल किया गया है। इसके अलावा जिला स्तरीय पदाधिकारी में प्रभारी जिला भेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम एवं डीआईओ डॉ. देवेन्द्र कुमार को शामिल किया गया है।
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