बिहार के किशनगंज जिले के मझिया जुलजुली में स्थित बाल सुधार गृह से शनिवार को पांच बच्चों के फरार होने का मामला प्रकाश में आया है। पांचों पर जघन्य अपराधिक मामले दर्ज हैं। एक की बरामदगी कर ली गई है। वहीं इस घटना के बाद से हड़कंप का माहौल मचा हुआ है। उक्त घटना की सूचना मिलते ही डीडीसी मनन राम एवं एसडीओ अमिताभ कुमार गुप्ता, एडीएम सहित कई वरीय अधिकारी ने पहुंच कर जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक बाल सुधार गृह से शुक्रवार रात्रि करीब तीन बजे बाथरूम की खिड़की तोड़कर पांच विधि विवादित किशोर फरार हो गए। वहीं पांच फरार किशोर में एक किशोर को पुलिस ने बंगाल के कानकी से शनिवार सुबह बरामद कर लिया, जबकि चार किशोर अबतक फरार है। वहीं पांचो बच्चे तकरीबन चार माह से किशनगंज बाल सुधार गृह में जघन्य अपराध के आरोप में बंद थे। फरार पांच किशोर में तीन मुजफ्फरपुर, एक दरभंगा व एक मधेपुरा का किशोर है। जबकि पुलिस ने मुजफ्फरपुर के एक फरार किशोर को बरामद कर लिया है। आरोप है कि रात्रि सुरक्षा में ड्युटी पर तैनात पुलिस कर्मी व आंतरिक सुरक्षा गार्ड की कार्य में लापरवाही की वजह से अपराध के मामले में बंद किशोर फरार होने में सफल रहे। पांचों ने शातिराना अंदाज में बाथरूम, खिड़की तोड़कर स्थल के कैंपस के अंदर चार दिवारी पर सिढ़ी के सहारे पार कर बाहर निकल गए। इसके साथ ही जुलजुली के रास्ते बंगाल समीप होने के कारण बार्डर पार कर भागने की आशंका जाहिर की जा रही है। बाल सुधार गृह के दिवारों की कम उंचाई व खिड़की, दरवाजों की दयनीय स्थिति के कारण किशोर भागने में सफल रहे। इसको लेकर पूर्व में ही बाल सुधार गृह अधीक्षक ने लिखित आवेदन देकर मरम्मती करने की बात भी कही थी। बाल सुरक्षा गृह में रात्रि सुरक्षा में एक बिहार पुलिस सिपाही व आतंरिक सुरक्षा गार्ड तैनात थे। वहीं आरोप है आतंरिक सुरक्षा गार्ड अजय कुमार आपराधिक किशोरों के भागते समय सो रहा था। जबकि बिहार पुलिस के सिपाही विजय कुमार चौधरी ड्यूटी पर मुख्य गेट पर अनुपस्थित थे।
बाल सुधार गृह मात्र 10 लोगों की सुरक्षा में चल रहा था। जबकि जघन्य के साथ ही अन्य मामलों में संलिप्त 43 किशोर सुधार गृह में थे। सुरक्षा व्यवस्था में बिहार पुलिस के चार जावन के साथ एक होमगार्ड का जवान तैनात है। वहीं मात्र तीन अधिकारी हैं जिसमें एक अधीक्षक, एक हाउस फादर और एक काउंसिल है। ज्यादातर किशोर जघन्य अपराध के आरोप में बंद है। फरार किशोरों में से बरामद किए गए किशोर के खिलाफ जघन्य अपराध का मामला दर्ज है। फरार दरभंगा के किशोर पर बोचहां थाना में एक अपराध, मुजफ्फरपुर के फरार एक किशोर पर मनियारी थाना में दो व सकरा थाना में चार मामले, जबकि मुजफ्फरपुर के एक और फरार किशोर पर वैशाली थाना में दो, हाजीपुर थाना में दो, मीनापुर थाना में एक, सरेया थाना में एक व कुढ़नी थाना में एक मामला दर्ज है। वहीं मधेपुरा के फरार किशोर पर उदाकिशनगंज थाने में एक मामला और मुरलीगंज थाने में एक मामला दर्ज है।
घटना के बाद जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने चार सदस्य टीम का गठन किया है। मामले के प्रत्येक बिंदु पर जांच कर प्रतिवेदन सौंपने का आदेश दिया गया है। टीम में डीडीसी, एडीएम, एसडीएम व एसडीपीओ शामिल है। चारों वरीय पदाधिकारी ने सुधार गृह का शनिवार को पहुंचकर जांच किया। जांचोपरांत ही प्रशासनिक व अन्य चूक का खुलासा होने की उम्मीद है। मौके पर मौजूद डीडीसी मनन राम ने बताया कि पांच बच्चे फरार हुए हैं जिसमे एक बच्चे को बरामद कर लिया गया है। बाकी चार बच्चों की तलाश जारी है। जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता हैं।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बिहार के किशनगंज जिले के मझिया जुलजुली में स्थित बाल सुधार गृह से शनिवार को पांच बच्चों के फरार होने का मामला प्रकाश में आया है। पांचों पर जघन्य अपराधिक मामले दर्ज हैं। एक की बरामदगी कर ली गई है। वहीं इस घटना के बाद से हड़कंप का माहौल मचा हुआ है। उक्त घटना की सूचना मिलते ही डीडीसी मनन राम एवं एसडीओ अमिताभ कुमार गुप्ता, एडीएम सहित कई वरीय अधिकारी ने पहुंच कर जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक बाल सुधार गृह से शुक्रवार रात्रि करीब तीन बजे बाथरूम की खिड़की तोड़कर पांच विधि विवादित किशोर फरार हो गए। वहीं पांच फरार किशोर में एक किशोर को पुलिस ने बंगाल के कानकी से शनिवार सुबह बरामद कर लिया, जबकि चार किशोर अबतक फरार है। वहीं पांचो बच्चे तकरीबन चार माह से किशनगंज बाल सुधार गृह में जघन्य अपराध के आरोप में बंद थे। फरार पांच किशोर में तीन मुजफ्फरपुर, एक दरभंगा व एक मधेपुरा का किशोर है। जबकि पुलिस ने मुजफ्फरपुर के एक फरार किशोर को बरामद कर लिया है। आरोप है कि रात्रि सुरक्षा में ड्युटी पर तैनात पुलिस कर्मी व आंतरिक सुरक्षा गार्ड की कार्य में लापरवाही की वजह से अपराध के मामले में बंद किशोर फरार होने में सफल रहे। पांचों ने शातिराना अंदाज में बाथरूम, खिड़की तोड़कर स्थल के कैंपस के अंदर चार दिवारी पर सिढ़ी के सहारे पार कर बाहर निकल गए। इसके साथ ही जुलजुली के रास्ते बंगाल समीप होने के कारण बार्डर पार कर भागने की आशंका जाहिर की जा रही है। बाल सुधार गृह के दिवारों की कम उंचाई व खिड़की, दरवाजों की दयनीय स्थिति के कारण किशोर भागने में सफल रहे। इसको लेकर पूर्व में ही बाल सुधार गृह अधीक्षक ने लिखित आवेदन देकर मरम्मती करने की बात भी कही थी। बाल सुरक्षा गृह में रात्रि सुरक्षा में एक बिहार पुलिस सिपाही व आतंरिक सुरक्षा गार्ड तैनात थे। वहीं आरोप है आतंरिक सुरक्षा गार्ड अजय कुमार आपराधिक किशोरों के भागते समय सो रहा था। जबकि बिहार पुलिस के सिपाही विजय कुमार चौधरी ड्यूटी पर मुख्य गेट पर अनुपस्थित थे।
बाल सुधार गृह मात्र 10 लोगों की सुरक्षा में चल रहा था। जबकि जघन्य के साथ ही अन्य मामलों में संलिप्त 43 किशोर सुधार गृह में थे। सुरक्षा व्यवस्था में बिहार पुलिस के चार जावन के साथ एक होमगार्ड का जवान तैनात है। वहीं मात्र तीन अधिकारी हैं जिसमें एक अधीक्षक, एक हाउस फादर और एक काउंसिल है। ज्यादातर किशोर जघन्य अपराध के आरोप में बंद है। फरार किशोरों में से बरामद किए गए किशोर के खिलाफ जघन्य अपराध का मामला दर्ज है। फरार दरभंगा के किशोर पर बोचहां थाना में एक अपराध, मुजफ्फरपुर के फरार एक किशोर पर मनियारी थाना में दो व सकरा थाना में चार मामले, जबकि मुजफ्फरपुर के एक और फरार किशोर पर वैशाली थाना में दो, हाजीपुर थाना में दो, मीनापुर थाना में एक, सरेया थाना में एक व कुढ़नी थाना में एक मामला दर्ज है। वहीं मधेपुरा के फरार किशोर पर उदाकिशनगंज थाने में एक मामला और मुरलीगंज थाने में एक मामला दर्ज है।
घटना के बाद जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने चार सदस्य टीम का गठन किया है। मामले के प्रत्येक बिंदु पर जांच कर प्रतिवेदन सौंपने का आदेश दिया गया है। टीम में डीडीसी, एडीएम, एसडीएम व एसडीपीओ शामिल है। चारों वरीय पदाधिकारी ने सुधार गृह का शनिवार को पहुंचकर जांच किया। जांचोपरांत ही प्रशासनिक व अन्य चूक का खुलासा होने की उम्मीद है। मौके पर मौजूद डीडीसी मनन राम ने बताया कि पांच बच्चे फरार हुए हैं जिसमे एक बच्चे को बरामद कर लिया गया है। बाकी चार बच्चों की तलाश जारी है। जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता हैं।
Leave a Reply