राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नई दिल्ली एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय, परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत में जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन किशोर कौशिक ने पीठ के सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों से अपील किया कि पक्षकारों को ध्यान में रखते हुए मामलों का निपटारा उदारता पूर्वक एवं नियमानुसार करें। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार रजनीश रंजन ने पक्षकारों से विशेष अनुरोध किया कि वे अपने-अपने वादों का निष्पादन शांति पूर्वक एवं कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सुरक्षात्मक रूप से करें। राष्ट्रीय लोक अदालत के पीठ के न्यायिक सदस्य मनीष कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय, अमृत कुमार सिंह, मुंसिफ प्रथम , रोहित श्रीवास्तव अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी तृतीय राजेश कुमार , न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी अपूर्वा नायक , न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी दिव्या अमल, अनुमंडल न्यायिक दण्डाधिकारी रोहित कुमार गौरव, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी एवं संदीप साहिल, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी थे। राष्ट्रीय लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय के कुल 224 मामले जिसमें दावा वाद के 5 मामले, अपराधिक शमनीय 174 मामले, विद्युत विभाग के 44 मामले एवं चेक बाउंस के 1 मामले सम्मिलित हैं। 5 दावा वादों में कुल 35,75,000 का समझौता हुआ। बैंक ऋण के कुल 240 मामले में समझौता राशि कुल रूपये 97,67,423 का तथा 15 टेलीफोन बिल से संबंधित मामलों में कुल रूपये 44,242 का समझौता हुआ। राष्ट्रीय लोक अदालत में काफी भीड़ देखी गई। जहाँ जिले के विभिन्न क्षेत्रो से आए पक्षकारों ने अपने-अपने वाद का निष्पादन करवाने में काफी सक्रिय भूमिका निभाई। जगह-जगह सहायता केंद्र पर साथ ही प्रत्येक पीठ में एक-एक पारा विधिक स्वंय सेवकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मी मोहम्मद तौसिफ आलम, राजीव दीक्षित आदि मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नई दिल्ली एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय, परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत में जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन किशोर कौशिक ने पीठ के सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों से अपील किया कि पक्षकारों को ध्यान में रखते हुए मामलों का निपटारा उदारता पूर्वक एवं नियमानुसार करें। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार रजनीश रंजन ने पक्षकारों से विशेष अनुरोध किया कि वे अपने-अपने वादों का निष्पादन शांति पूर्वक एवं कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सुरक्षात्मक रूप से करें। राष्ट्रीय लोक अदालत के पीठ के न्यायिक सदस्य मनीष कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय, अमृत कुमार सिंह, मुंसिफ प्रथम , रोहित श्रीवास्तव अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी तृतीय राजेश कुमार , न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी अपूर्वा नायक , न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी दिव्या अमल, अनुमंडल न्यायिक दण्डाधिकारी रोहित कुमार गौरव, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी एवं संदीप साहिल, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी थे। राष्ट्रीय लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय के कुल 224 मामले जिसमें दावा वाद के 5 मामले, अपराधिक शमनीय 174 मामले, विद्युत विभाग के 44 मामले एवं चेक बाउंस के 1 मामले सम्मिलित हैं। 5 दावा वादों में कुल 35,75,000 का समझौता हुआ। बैंक ऋण के कुल 240 मामले में समझौता राशि कुल रूपये 97,67,423 का तथा 15 टेलीफोन बिल से संबंधित मामलों में कुल रूपये 44,242 का समझौता हुआ। राष्ट्रीय लोक अदालत में काफी भीड़ देखी गई। जहाँ जिले के विभिन्न क्षेत्रो से आए पक्षकारों ने अपने-अपने वाद का निष्पादन करवाने में काफी सक्रिय भूमिका निभाई। जगह-जगह सहायता केंद्र पर साथ ही प्रत्येक पीठ में एक-एक पारा विधिक स्वंय सेवकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मी मोहम्मद तौसिफ आलम, राजीव दीक्षित आदि मौजूद थे।
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