किशनगंज में बुधवार से शुरू हो गया इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) यानि कि डायल 112 की सेवा। हालांकि पहला दिन शाम के चार बजे तक किसी भी तरह का सेवा कॉल नहीं आया था।इस सुविधा के लिए शहरी क्षेत्र में चार विशेष वाहन घुमते नजर आए। अब शहर के लोग सिर्फ डॉयल 112 पर कॉल करने पर इमरजेंसी में पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की सुविधा कुछ मिनटों में ही उपलब्ध हो जायेगी। इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) के 24 घंटे संचालन को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में डायल 112 के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।जहां 24 घंटा अलग अलग शिफ्टों मे पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।
नियंत्रण कक्ष से बैठे इंमरजेंसी रिस्पांस वेकेल का जीपीएस सिस्टम का जांच कर वाहन किस जगह और कितने बजे पहुंचे और कितने देर में सुविधा उपलब्ध होगी। इसकी भी जानकारी उपलब्ध होगा। यदि वाहन किसी जगह खड़ी है तो इसका भी संकेत नियंत्रण कक्ष को मिलेगा। जिससे वाहनों का पल पल का अपडेट नियंत्रण कक्ष के पास रहेगा। वहीं शहरी क्षेत्र में मिले चार वाहनों को चार सेक्टर में बाटा गया है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज में बुधवार से शुरू हो गया इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) यानि कि डायल 112 की सेवा। हालांकि पहला दिन शाम के चार बजे तक किसी भी तरह का सेवा कॉल नहीं आया था।इस सुविधा के लिए शहरी क्षेत्र में चार विशेष वाहन घुमते नजर आए। अब शहर के लोग सिर्फ डॉयल 112 पर कॉल करने पर इमरजेंसी में पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की सुविधा कुछ मिनटों में ही उपलब्ध हो जायेगी। इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) के 24 घंटे संचालन को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में डायल 112 के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।जहां 24 घंटा अलग अलग शिफ्टों मे पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।
नियंत्रण कक्ष से बैठे इंमरजेंसी रिस्पांस वेकेल का जीपीएस सिस्टम का जांच कर वाहन किस जगह और कितने बजे पहुंचे और कितने देर में सुविधा उपलब्ध होगी। इसकी भी जानकारी उपलब्ध होगा। यदि वाहन किसी जगह खड़ी है तो इसका भी संकेत नियंत्रण कक्ष को मिलेगा। जिससे वाहनों का पल पल का अपडेट नियंत्रण कक्ष के पास रहेगा। वहीं शहरी क्षेत्र में मिले चार वाहनों को चार सेक्टर में बाटा गया है।
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