सारस न्यूज, किशनगंज।
बुधवार को समाहरणालय के सभागार में किशनगंज जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में चाय की खेती, प्रसंस्करण एवं इससे जुड़े अन्य गतिविधियों का अनुश्रवण एवं संचालन हेतु जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में चाय की खेती और इससे जुड़ी अन्य गतिविधियों पर व्यापक विमर्श किया गया।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि किशनगंज जिले में कुल कितनी भूमि में कहां-कहां चाय की खेती होती है, कितने किसान जुड़े हैं, कितनी फैक्ट्रियां कार्यरत हैं, कितना प्रोडक्शन होता है, इसकी समग्र जानकारी का संकलन किया जाए। इस संदर्भ में टी बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा सभी पूर्व में जानकारी संग्रह की गई, उसके पास काफी जानकारियां उपलब्ध भी है, उन्हें भी इस प्रक्रिया में सहभागी बनाया जा सकता है।
साथ ही बैठक में सुझाव दिया गया कि डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय में चाय की खेती पर शोध का कार्य शुरू किया जाए ताकि बिहार की चाय की गुणवत्ता और किसानों की आमदनी में सुधार हो सके। टी बोर्ड ऑफ इंडिया के अंतर्गत संचालित टी रिसर्च एसोसिएशन (टीआरए) को भी इसमें सहभागी बनाया जा सकता है।
बताते चले कि कृषि विभाग बिहार सरकार द्वारा बिहार में उत्पादित चाय हेतु एक लोगो अपनाया गया है जिसके टी बोर्ड ऑफ इंडिया में निबंधन प्रक्रियाधीन है। इसे लेकर बैठक में निर्देश हुआ कि इस संदर्भ में उद्यान निदेशालय से जानकारी प्राप्त की जाए ताकि इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जा सके।
टी बोर्ड ऑफ इंडिया में विभिन्न चाय उत्पादक राज्यों का प्रतिनिधित्व होता है। इसके निमित प्रतिनिधियों का चयन, राज्य सरकार के प्रतिनिधि, चाय उत्पादक के प्रतिनिधि और अलग – अलग प्रतिनिधि द्वारा किया जा सकता है। अग्रेतर कार्रवाई हेतु कृषि और उद्यान तथा उद्योग केंद्र के पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, महाप्रबंधक उद्योग केंद्र किशनगंज, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक किशनगंज एवं पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।