कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार (छात्र एवं युवा कल्याण निदेशालय) एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण तथा जिला प्रशासन, किशनगंज के संयुक्त तत्वावधान में दक्ष वार्षिक खेल कार्यक्रम अंतर्गत किशनगंज जिला स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता का आयोजन के दूसरे दिन शनिवार को शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह खां स्टेडियम में हुआ। दूसरे दिन फुटबॉल, कबड्डी, खो खो, तैराकी और टेबल टेनिस की प्रतियोगिता निर्धारित थी।
आयोजन के दूसरे दिन शारीरिक शिक्षा के उपाधीक्षक रंजीत कुमार ने फुटबॉल को कीक मारकर फुटबॉल खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इसके पूर्व बिहार राज्य के सम्मान में सभी खड़े होकर बिहार गीत का गायन हुआ। द्वितीय दिवस का खेल प्रारंभ होने से पूर्व जिला खेल पदाधिकारी ने खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त कर उनका हौसला अफजाई किया।
इस अवसर पर खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए जिला खेल पदाधिकारी रंजीत कुमार ने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए उसका खेल भी एक साधना और तपस्या है, जिसमें वो अपने आप को तपाता है। एक सफल खिलाड़ी के लिये खेल प्रति एकग्रता ओर समर्पण ही उनका परिचय है। पूरी मेहनत और लगन के साथ अपनी खेल प्रतिभाओं का प्रदर्शन करें। प्रतियोगिता में जीत-हार की चिंता किए बगैर अपनी प्रतिभा का श्रेष्ठ प्रदर्शन खिलाडिय़ों को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने जिले में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। आज हमारा राज्य खेल के सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। नेशनल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार ख्याति व पदक प्राप्त कर रहा है। खेल समाज को जोड़ने का सबसे बड़ा मंच है, इसमें धर्म और जाति से ऊपर उठकर देशभक्ति का परिचय देते हुए एकजुटता ओर अनुशासन सिखाता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपनी रुचि के अनुरूप खेल से जुड़ना ओर खेलना चाहिए। वर्तमान समय खेल में बेहतरीन ओर उत्कृष्ठ प्रदर्शन से खिलाड़ियों की प्रसिद्धि बढ़ी है। और उन्हें सम्मानित कर के गर्व की अनुभूति होता है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने राज्य और देश के लिये मेडल लाये। खेल में हमारी देश की बेटियां भी पीछे नहीं है, बेटियां देश-विदेश में हर खेलों में दमखम दिखा रही हैं।अपने सर्वश्रेष्ठ खेल परिचय दे रही है। फूटबॉल मैच में खिलड़ियों ने बेहतरीन खेल का परिचय दिया कहा कि फुटबॉल साहसी युवाओं का खेल है। इस खेल काे खेल भावना से खेले की जरूरत है ।
अंडर- 17 बालक वर्ग में दिघलबैंक और पोठिया के बीच घमसान मैच हुआ। जिसमें दिघलबैंक ने शानदार जीत दर्ज किया।
इसी प्रकार कबड्डी और खो – खो खेल प्रतियोगिता में बालक ओर बालिका ने खेल प्रतियोगिता में बढ़चढ़ कर भाग लिया और टेबल टेनिस में किसी प्रखंड से खिलाड़ी चयनित नहीं हुए थे। इस प्रकार फुटबॉल, कबड्डी और खो – खो का खेल प्रतियोगिता समाप्त होते ही विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र, ट्रॉफी और मैडल देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डीपीओ (मध्याह्न भोजन ) राजेश कुमार सिन्हा, बीइओ टेढ़ागाछ, बीइओ बहादुरगंज, रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव मिक़्क़ी साहा, शारीरिक शिक्षक अतहर हसन, जमील अख्तर, प्रकाश कुमार, सौरभ कुमार, तृप्ति चटर्जी मामोनी खातून, स्नेहा जायसवाल, सोनम कुमारी, प्रिया हलदार, वंदन कुमार, फनी भूषण, राखी मिश्रा, श्वेता कुमारी, इकबाल, शिव कुमार, रवि कुमार, राज कुमार, विजय कुमार, अन्य फिजिकल शिक्षक और सभी प्रखंड के प्रतिभागी मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार (छात्र एवं युवा कल्याण निदेशालय) एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण तथा जिला प्रशासन, किशनगंज के संयुक्त तत्वावधान में दक्ष वार्षिक खेल कार्यक्रम अंतर्गत किशनगंज जिला स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता का आयोजन के दूसरे दिन शनिवार को शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह खां स्टेडियम में हुआ। दूसरे दिन फुटबॉल, कबड्डी, खो खो, तैराकी और टेबल टेनिस की प्रतियोगिता निर्धारित थी।
आयोजन के दूसरे दिन शारीरिक शिक्षा के उपाधीक्षक रंजीत कुमार ने फुटबॉल को कीक मारकर फुटबॉल खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इसके पूर्व बिहार राज्य के सम्मान में सभी खड़े होकर बिहार गीत का गायन हुआ। द्वितीय दिवस का खेल प्रारंभ होने से पूर्व जिला खेल पदाधिकारी ने खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त कर उनका हौसला अफजाई किया।
इस अवसर पर खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए जिला खेल पदाधिकारी रंजीत कुमार ने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए उसका खेल भी एक साधना और तपस्या है, जिसमें वो अपने आप को तपाता है। एक सफल खिलाड़ी के लिये खेल प्रति एकग्रता ओर समर्पण ही उनका परिचय है। पूरी मेहनत और लगन के साथ अपनी खेल प्रतिभाओं का प्रदर्शन करें। प्रतियोगिता में जीत-हार की चिंता किए बगैर अपनी प्रतिभा का श्रेष्ठ प्रदर्शन खिलाडिय़ों को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने जिले में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। आज हमारा राज्य खेल के सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। नेशनल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार ख्याति व पदक प्राप्त कर रहा है। खेल समाज को जोड़ने का सबसे बड़ा मंच है, इसमें धर्म और जाति से ऊपर उठकर देशभक्ति का परिचय देते हुए एकजुटता ओर अनुशासन सिखाता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपनी रुचि के अनुरूप खेल से जुड़ना ओर खेलना चाहिए। वर्तमान समय खेल में बेहतरीन ओर उत्कृष्ठ प्रदर्शन से खिलाड़ियों की प्रसिद्धि बढ़ी है। और उन्हें सम्मानित कर के गर्व की अनुभूति होता है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने राज्य और देश के लिये मेडल लाये। खेल में हमारी देश की बेटियां भी पीछे नहीं है, बेटियां देश-विदेश में हर खेलों में दमखम दिखा रही हैं।अपने सर्वश्रेष्ठ खेल परिचय दे रही है। फूटबॉल मैच में खिलड़ियों ने बेहतरीन खेल का परिचय दिया कहा कि फुटबॉल साहसी युवाओं का खेल है। इस खेल काे खेल भावना से खेले की जरूरत है ।
अंडर- 17 बालक वर्ग में दिघलबैंक और पोठिया के बीच घमसान मैच हुआ। जिसमें दिघलबैंक ने शानदार जीत दर्ज किया।
इसी प्रकार कबड्डी और खो – खो खेल प्रतियोगिता में बालक ओर बालिका ने खेल प्रतियोगिता में बढ़चढ़ कर भाग लिया और टेबल टेनिस में किसी प्रखंड से खिलाड़ी चयनित नहीं हुए थे। इस प्रकार फुटबॉल, कबड्डी और खो – खो का खेल प्रतियोगिता समाप्त होते ही विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र, ट्रॉफी और मैडल देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डीपीओ (मध्याह्न भोजन ) राजेश कुमार सिन्हा, बीइओ टेढ़ागाछ, बीइओ बहादुरगंज, रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव मिक़्क़ी साहा, शारीरिक शिक्षक अतहर हसन, जमील अख्तर, प्रकाश कुमार, सौरभ कुमार, तृप्ति चटर्जी मामोनी खातून, स्नेहा जायसवाल, सोनम कुमारी, प्रिया हलदार, वंदन कुमार, फनी भूषण, राखी मिश्रा, श्वेता कुमारी, इकबाल, शिव कुमार, रवि कुमार, राज कुमार, विजय कुमार, अन्य फिजिकल शिक्षक और सभी प्रखंड के प्रतिभागी मौजूद थे।