सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय पूर्णिया और किशनगंज में थे। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को भी गुंडागर्दी पसंद नहीं। उनके दर्द को समझने की आवश्यकता है। शनिवार को जिले के एमजी यूनिवर्सिटी के सभागार में भाजपा के पूर्णिया प्रमंडल संगठनात्मक बैठक को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि ग्रहण की समाप्ति हुई है। नया सूर्योदय आएगा। उनका इशारा मुख्यमंत्री की तरफ था। कहा कि सीमांत क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने तय किया है कि सूर्योदय यहीं से होगा। किशनगंज के लोगों की नजरों में आशा की किरण देखा हूं। निश्चित ही ये उम्मीद कार्यकर्ताओं को पूरा करना है।
सीमांत क्षेत्र की समस्याओं को सुना था। सो आपसे मिलकर इसे देखने आ गया। सभी समस्याओं का एक ही समाधान है। वो है पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार। बैठक में उनके साथ गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, पूर्व मंत्री मंगल पांडेय सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। श्री शाह शनिवार को किशनगंज में कई कार्यक्रमों में शामिल हुए।
उन्होंने लाइनपाड़ा स्थित बूढ़ी काली मंदिर में मां के दर्शन करते हुए पूजा-पाठ कर आशीर्वाद लिए। उसके बाद नेपाल बॉर्डर पर स्थित एसएसबी के पांच बीओपी का उद्घाटन किया। यहां उन्होंने एसएसबी के अधिकारियों व जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार का मानना है कि अपने जीवन का स्वर्णिम समय देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर दिक्क्तों वाला जीवन व्यतीत करनेवालों की सुविधाओं का ख्याल रखना भारत सरकार का कर्तव्य है।
हम इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। यहां से वापस किशनगंज आकर बीएसएफ के सेक्टर हेडक्वार्टर खगड़ा में बीएसएफ के उच्चाधिकारियों के साथ गृहमंत्री ने बैठक की। एमजी यूनिवर्सिटी में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। उसके बाद शाम को हेलिकॉप्टर से वापस रवाना हो गए।
