सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन बेहद आवश्यक है। इससे शरीर मे बढ़ रहे भ्रूण, मां के स्वास्थ्य का रख-रखाव, प्रसव के दौरान आवश्यक शारीरिक स्वास्थ्य और सफल स्तन-पान कराने की क्रिया में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि गर्भस्थ महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराना चाहिए। खासकर बीपी, वजन, हेमोग्लोबिन, यूरिन आदि की जांच आवश्यक है। सभी अस्पतालों में यह सुविधा मुफ्त उपलब्ध है।
महिला चिकित्सिक डाक्टर शबनम यास्मिन ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को भोजन में 2400 कैलोरी व सामान्य महिला को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन 2100 कैलोरी का आहार लेना चाहिए। ताकि विटामिन, मिनिरल्स अधिक मात्रा में प्राप्त हो। डॉक्टर शगुफ्ता प्रवीण ने बताया कि गर्भावस्था में महिला को प्रतिदिन 60 से 70 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। प्रोटीनयुक्त आहार में दूध और दूध से बने व्यंजन, मूंगफली, पनीर, काजू, बदाम, दलहन, मांस, मछली, अंडे आदि का समावेश होना चाहिए।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन बेहद आवश्यक है। इससे शरीर मे बढ़ रहे भ्रूण, मां के स्वास्थ्य का रख-रखाव, प्रसव के दौरान आवश्यक शारीरिक स्वास्थ्य और सफल स्तन-पान कराने की क्रिया में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि गर्भस्थ महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराना चाहिए। खासकर बीपी, वजन, हेमोग्लोबिन, यूरिन आदि की जांच आवश्यक है। सभी अस्पतालों में यह सुविधा मुफ्त उपलब्ध है।
महिला चिकित्सिक डाक्टर शबनम यास्मिन ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को भोजन में 2400 कैलोरी व सामान्य महिला को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन 2100 कैलोरी का आहार लेना चाहिए। ताकि विटामिन, मिनिरल्स अधिक मात्रा में प्राप्त हो। डॉक्टर शगुफ्ता प्रवीण ने बताया कि गर्भावस्था में महिला को प्रतिदिन 60 से 70 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। प्रोटीनयुक्त आहार में दूध और दूध से बने व्यंजन, मूंगफली, पनीर, काजू, बदाम, दलहन, मांस, मछली, अंडे आदि का समावेश होना चाहिए।
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