विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
ठाकुरगंज प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्र गलगलिया में एक तरफ भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ बिजली की कटौती लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। बिजली विभाग के प्रति लोगों का गुस्सा अब उबलने लगा है। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग 24 घंटे में महज 8 से 10 घंटे ही बिजली की आपूर्ति कर पा रहा है, वह भी किस्तों में। कुछ देर के लिए बिजली के दर्शन लोगों को होते हैं और फिर इसके बाद बिजली काट दी जा रही है। 24 घंटों बिजली विभाग का यह खेल जारी है।
वहीं सरकारी कार्यालयों में बैठे बड़े अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। सरकारी व्यवस्था पर लाखों का प्रत्येक माह ईंधन फूंक अधिकारी कमरों में बैठकर सरकारी पैसे को चूना लगा रहे हैं। उन्हें इससे कोई मतलब नहीं कि कितने देर बिजली की कटौती हो रही है और कितनी देर बिजली की आपूर्ति की जा रही है। क्षेत्र में कब बिजली आएगी और कब कटेगी, इसका कोई समय-सारणी ही नहीं है। अनियमित विद्युत आपूर्ति ने विद्यार्थी से लेकर आम जनों का जीना मुहाल कर दिया है। बावजूद बिजली विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कभी मेंटेनेंस कार्य होने से बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है, तो कभी आपूर्ति लाइन में फाल्ट होने के कारण। जब ये सब ठीक रहता है तो लोड सेटिंग के नाम पर घंटों आपूर्ति ठप हो जाती है। लोग बदहाल विद्युत व्यवस्था से बेहद परेशान हैं। गर्मी के मौसम में लोगों को नियमित रूप से बिजली नहीं मिलने से परेशानी और भी बढ़ गई है। लोग बिजली नहीं रहने के कारण दिनभर तो जैसे-तैसे काट लेते हैं और रात भी बड़ी मुश्किल से गुजारते हैं। वहीं विद्युत आधारित व्यवसाय से जुड़े लोगों को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली की अनियमित आपूर्ति से लोगों के घरों में लगा इनवर्टर भी जवाब दे रहा है। क्योंकि अधिकांश समय बिजली गायब रहने के कारण इनवर्टर ही एकमात्र सहारा बना रहता है। जो सही से चार्ज नहीं होने के कारण वह भी बेकार साबित हो रहा है।
लोग पूरी रात विद्युत आपूर्ति होने के इंतजार में रतजगा करते हुए रातें काट रहे हैं। इससे विद्युत उपभोक्ताओं मे आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगो ने जल्द से जल्द अघोषित विद्युत कटौती को बंद करने की मांग की है। वहीं इस संबंध में गलगलिया विद्युत आपूर्ति प्रशाखा के कनीय अभियंता राजेश रंजन ने बताया कि पावर कम मिलने के कारण जिले के पावर ग्रिड से लोड सेटिंग की जा रही। लोड सेटिंग के उपरांत आपूर्ति सही से हो रही है।