विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती शुक्रवार को उत्क्रमित माध्यमिक सह मध्य विद्यालय गलगलिया के प्रांगण में शिक्षा दिवस के रूप में मनायी गई। इस अवसर पर मौलाना आजाद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों का आत्मसात करने का निर्णय लिया गया। शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में विभिन्न सरकारी स्कूलों में मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनायी गई। कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना आजाद की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस दौरान विद्यालय के शिक्षको ने मौलाना आजाद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मौलाना एक प्रसिद्ध कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने। 1992 में इन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 2008 में भारत सरकार ने उनके जन्म दिवस 11 नवंबर को शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक धनंजय कुमार राय, अमरनाथ नायक, राकेश कुमार राय, जितेन्द्र मिश्रा, संजय कुमार, विकास कुमार, धरनी कान्त वर्मन एवं शिक्षिका स्नेहलता कुमारी, सीमा कुमारी, रचना चौधरी, सोमा कुंडू, रंजीता कुमारी, मीना कुमारी, प्रियंका घोष और वर्षा कुमारी उपस्थित रही।