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गलगलिया होकर धड़ल्ले से ओवरलोड वाहनों का परिचालन शुरू, कोडवर्ड से पार होती है ओवरलोड ट्रकें।

विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।

गलगलिया थाना क्षेत्र के एनएच 327 ई सड़क पर धड़ल्ले से ओवरलोड वाहनों का परिचालन शुरू कराकर नीतीश सरकार के खजाने को प्रतिमाह लाखों का चूना लगाया जा रहा है। बीती रात गलगलिया पुलिस की कार्रवाई में 04 ओवरलोड ट्रकों को पकड़ा गया। जिसमें दो ईंट लदा एवं दो बेडमिसाली लदा ट्रक था। जानकारी मिली कि बेडमिसाली लदा दोनों वाहनों को बिना जुर्माने के मुक्त कर दिया गया जबकि ईंट लदे ट्रक पर जुर्माना लगाया गया है। ओवरलोड का यह खेल बंगाल से बिहार तक उस वक्त होता है जब लोग गहरी नींद में सोते हैं। हर रोज देर रात्रि से लेकर अहले सुबह तक दर्जनों की संख्या में बालू,बेडमिसाली लदे ओवरलोड वाहनों को बंगाल चक्करमारी बॉर्डर से गलगलिया चेकपोस्ट व ठाकुरगंज होते हुए बहादुरगंज की ओर जाते देखा जा सकता है। सूत्रों की मानें तो  महज एक कोडवर्ड के जरिए हर रात दर्जनों ओवरलोड ट्रकें चक्करमारी सीमा से गलगलिया होते हुए निकाली जा रही हैं। इसके लिए वाहन पास कराने वालों को माध्यम बनाया गया है, इसके एवज में एक प्राइवेट व्यक्ति के जरिए अच्छी खासी इंट्री शुल्क भी वसूले जाने की चर्चा आम है।
रात के अंधेरे में चलने वाले इस खेल की भनक सामान्य व्यक्ति को न लगने पाए, इसके लिए प्रतिमाह एक नए कोडवर्ड का इस्तेमाल किया जाता है और इसी कोड वर्ड के जरिए बिना किसी रोक-टोक के ओवरलोड वाहन आसानी से पार हो जाते हैं।

इंट्री वाले वाहनों के कोडवर्ड का कैसे होता है पुष्टि

नाम न छापने की शर्त पर कई वाहन संचालक बताते हैं कि बिना किसी रोक-टोक के ओवरलोड एवं बगैर परमिट वाले वाहनों के संचालन के लिए पहले वाहन पास करने वालों से संपर्क करना पड़ता है। और यह संपर्क चक्करमारी स्थित होटल की आड़ में चल रहे ऑफिस में होती है। इसके बाद उससे संपर्क कर गाड़ी का नंबर नोट कराने के साथ एक निश्चित रकम अदा करनी पड़ती है। रकम अदा करने के बाद वाहन चालक को या उसके स्वामी को एक कोडवर्ड दिया जाता है। आगे बढ़ने पर जिले की सीमा में जहां पर गाड़ी रोकी जाती है, वहां उस कोड वर्ड को बता देना होता है। गाड़ी रोकने वाला व्यक्ति अपने मोबाइल से उस कोडवर्ड के जरिए वाहन संख्या का मिलान करता है। इसके बाद बिना कुछ पूछे वाहन आगे बढ़ाने का इशारा दे दिया जाता है। कहीं कोई रिकॉर्ड न रहने पाए, इसके लिए इस खेल से जुड़े लोग सामान्य तरीके से एक दूसरे को फोन कॉल करने की बजाए,वाट्सएपप कॉल का सहारा लेते हैं। कुछ चालकों ने बताया कि अगर आप इंट्री के सिस्टम में हैं तो आपके वाहन के लिए सब कुछ ओके है। अगर आप इसमें नहीं है तो अंडर लोड वाहन भी चालान के शिकार हो जा रहे हैं।

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