सारस न्यूज, किशनगंज।
गरीबी बेराजगारी तथा महंगाई आदि जैसी समस्याओं से बचाव को जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण कराया जाना जरूरी है। जिसके लिए परिवार से महिला या पुरुष का बंध्याकरण कराया जाना आवश्यक है। जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने पोठिया प्रखंड स्तरीय समन्वय की बैठक में यह बात कही। उन्होंने बताया कि 27 जून से आगामी 10 जुलाई तक दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा एवं 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। जिले के महिलाएं व पुरुषों में बढ़ती जनसंख्या के कारण उत्पन्न समस्याओं से बचने के प्रति जागरूकता देखी जा रही है। इसी से प्रेरित होकर महिलाएं परिवार नियोजन करा रही हैं।
डीपीसी विश्वजीत कुमार ने कहा कि परिवार नियोजन के स्थायी समाधान के लिए महिला या पुरुषों का बन्ध्याकरण कराया जाना जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए लगातार स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जगह जगह पोस्टर, बैनर, प्रचार गाड़ी सोशल मीडिया के साथ आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से समय समय पर अस्पतालों में बन्ध्याकरण कराने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है। साथ ही बन्ध्याकरण कराने वाले महिला या पुरुषों को प्रोत्साहन राशि भी दिया जाता है। पोठिया पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में काफी महिला बंध्याकरण किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए परिवार नियोजन के विभिन्न कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार अति आवश्यक है। परिवार नियोजन कार्यक्रम को जन आंदोलन का रूप दिया जाना चाहिए। देश में बाल-विवाह पर कारगर कानूनी रोक लगायी जानी चाहिए।
डीपीसी विश्वजित कुमार ने कहा कि पुरुष बन्ध्याकरण या पुरुष नसबंदी, पुरुषों के लिए शल्यक्रिया द्वारा बन्ध्याकरण प्रक्रिया है। पुरुषों को भी बन्ध्याकरण को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटा परिवार खुशियां आधार संदेश के साथ बंध्याकरण में सभी आशा कर्मी एवं प्रखंड सामुदायिक समन्वयक एवं आशा फैसिलिटेटर सहयोग कर रही है। उन्होंने बताया कि अनचाहे गर्भ धारण से बचाव को बन्ध्याकरण जरूरी है। यह एक मामूली तथा साधारण सी शल्य क्रिया है। पुरुषों को शल्यक्रिया के पश्चात कम से कम 48 घंटे आराम करना होता है। एक सप्ताह तक उन्हें कोई भारी सामान नहीं उठाना चाहिए। एक सप्ताह आराम के बाद ही कोई कार्य आरंभ करनी चाहिए। यदि शल्य क्रिया के बाद तेज बुखार, अधिकाधिक या लगातार रक्त स्राव, सूजन या दर्द होता हो, तो तत्काल डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। पुरुष का बन्ध्याकरण करना सुरक्षित और आसान है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार साहनी ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पोठिया में भी दंपत्तियों को परिवार नियोजन की सभी विधि विशेषकर अस्थायी विधि की जानकारी दी जाती है। जिससे कि लोग इसका लाभ उठा सकें। अस्थायी विधि का उपयोग कर लोग पहले बच्चे तथा दूसरे बच्चे के बीच अंतर रख सकते हैं। इसके अलावा फैमिली प्लानिंग कार्नर द्वारा लोगों को स्थायी विधि के रूप में पुरुष नसबंदी की भी जानकारी दी जाती है। उन्हें बताया जाता है कि पुरुष नसबंदी महिला बंध्याकरण की तुलना में आसान है। इससे पुरुषों की पौरुषता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
परिवार नियोजन के यह है उपाय : महिला नसबंदी एक स्थायी साधन है जिसे मात्र 15 मिनट में दक्ष चिकित्सक द्वारा किया जाता है। यह विधि प्रसव, गर्भपात के 7 दिन के अंदर या 6 सप्ताह बाद अपनाया जा सकता है।