प्रखंडवार निर्धारित लक्ष्य की 90 प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित कराने का होगा प्रयास
जिले में 12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण को बढ़ावा देने एवं नियमित टीकाकरण तथा जिले में चल रहा सघन दस्त पखवाड़ा के सफल क्रियन्वयन के उद्देश्य से सोमवार को जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की समीक्षात्मक बैठक संबंधित अधिकारियों के साथ आयोजित की गयी। वीडियो आयोजित बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर, डीआईओ डॉ देवेन्द्र कुमार, डीपीएम डॉ मुनाजिम, स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका सहित संबंधित विभागों के जिला व प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया।
कोविड वैक्सीनेशन की भी की गयी समीक्षा:
समीक्षा बैठक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया, जिला पदाधिकारी के द्वारा जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। ताकि वैक्सीनेशन अभियान को और तेज गति मिल सके एवं जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा सेकेंड डोज एवं प्रीकाॅशनरी डोज अभियान को भी गति देने के लिए ऐसे लाभार्थियों का हर हाल में निर्धारित समय पर वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया गया। वहीं, उन्होंने बताया, जिले में लगातार वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। जिसके माध्यम से नियमित तौर पर शिविर आयोजित कर योग्य लाभार्थियों को सुविधाजनक तरीके से वैक्सीन दी जा रही है। साथ ही लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। प्रखंडों में संबंधित बीडीओ व चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में विशेष बैठक आयोजित कर लक्ष्य के 90 प्रतिशत टीकाकरण का निर्देश दिया गया है । वहीं स्कूलों में अभिभावक व शिक्षकों के साथ बैठक का आयोजित कर बच्चों के टीकाकरण के प्रति आम लोगों को प्रेरित व जागरूक किया जायेगा ।
12 साल से अधिक आयु वर्ग के निर्धारित लक्ष्य 13.60 लाख की तुलना में 12.30 लाख लोगों की प्रथम डोज का टीकाकरण हो चुका है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि 12 साल से अधिक आयु वर्ग के निर्धारित लक्ष्य 13.60 लाख की तुलना में 12.30 लाख लोगों की प्रथम डोज का टीकाकरण हो चुका है। 1.30 लाख लाभुक टीका की प्रथम डोज से वंचित हैं। जिले में सबसे अधिक 12-14 साल आयु वर्ग के लाभुकों को 97.2 प्रतिशत टीकाकरण किया गया है। जो पूरे सूबे में दूसरे स्थान पर है वही इसी वर्ग के दूसरे डोज देने के मामले में सूबे में प्रथम स्थान पर है ।पहली डोज के टीकाकरण को बढ़ावा देते हुए योग्य लाभुकों को टीका की दूसरी व 60 साल से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज का टीका लगाने के उद्देश्य को उन्होंने अभियान के लिए महत्वपूर्ण बताया।
ईमानदारी पूर्वक करें अपने जिम्मेदारियों का निर्वाह :
जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने जिले में शतप्रतिशत टीकाकरण की सफलता को लेकर जीविका, आईसीडीएस सहित अन्य विभागों को समुचित मदद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में इसके लिये व्यापक जनसंपर्क अभियान संचालित किये जायें। सत्र आयोजन से संबंधित जानकारी को प्रचारित किया जाये। प्रखंड स्तर पर अभियान की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी संबंधित चिकित्सा प्रभारी व बीडीओ को सौंपा गया है। वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रखंडवार प्रतिनियुक्ति करते हुए अभियान के नियमित अनुश्रवण व निरीक्षण का इंतजाम सुनिश्चित कराने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया। डीएम ने कहा कि कोरोना का संकट फिलहाल पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसलिये टीकाकरण एवं जांच के कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाये। शत प्रतिशत लोगों का टीकाकरण सरकार व जिला प्रशासन की प्राथमिकताओं में शुमार है। विभागीय अधिकारियों को उन्होंने गंभीरतापूर्वक अपनी जिम्मेदारियों के निवर्हन का आदेश दिया।
टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों पर दिया जा रहा है विशेष ध्यान : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि जिले में टीकाकरण अभियान तेज है। सामुदायिक स्तर पर टीकाकरण महाअभियान एवं हर घर दस्तक अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक लाभार्थियों को टीकाकृत किया जा रहा है। इसके साथ हीं जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित टीकाकरण केंद्रों में नियमित रूप से टीकाकरण अभियान अनवरत जारी है। हर घर दस्तक टीकाकरण अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों में टीकाकरण टीम घर-घर पहुंच कर टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों को टीकाकृत कर रही है। जिसकी उपलब्धि 61 प्रतिशत है ।जो व्यक्ति किसी भी कारणवश अभी तक टीका नहीं ले पाएं हैं, उन्हें टीकाकरण के प्रति प्रेरित कर टीके की पहली डोज लगाया जा रहा हैं। दूसरा डोज़ लेने के बाद अब 9 महीने के बदले 6 महीने के बाद ही बूस्टर डोज लगवा सकेंगे। अभियान को गति देने के लिए हर घर दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। ताकि शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल किया जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। हर घर दस्तक अभियान के तहत डोर टू डोर भ्रमण कर स्वास्थ्य विभाग के कर्मी, आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा बूस्टर डोज पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसके लिए टीकाकरण टीम द्वारा सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में पहुंच कर एक-एक व्यक्ति को चिह्नित कर टीकाकृत किया जा रहा है। इसके अलावा संबंधित क्षेत्र की एएनएम, आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों एवं स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों द्वारा टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देना अतिआवश्यक :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकरी डॉ. कुमार ने बताया कि वैश्विक महामारी के इस दौर में नियमित टीकाकरण की प्रक्रिया प्रभावित हुई है। इसमें सुधार के लिये विशेष प्रयास की जरूरत है। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण के मामले में फिलहाल जिले की उपलब्धि 81 फीसदी के करीब है। 02 वर्ष उम्र तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण सौ फीसद तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा है।जिले में आरोग्य दिवस के दिन गर्भवती महिलाएं व बच्चों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जाता है। यहां दो वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजल्स, विटामीन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाये जाते है इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस- डिप्थेरिया के टीके लगाए जा रहे है।
सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
प्रखंडवार निर्धारित लक्ष्य की 90 प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित कराने का होगा प्रयास
जिले में 12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण को बढ़ावा देने एवं नियमित टीकाकरण तथा जिले में चल रहा सघन दस्त पखवाड़ा के सफल क्रियन्वयन के उद्देश्य से सोमवार को जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की समीक्षात्मक बैठक संबंधित अधिकारियों के साथ आयोजित की गयी। वीडियो आयोजित बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर, डीआईओ डॉ देवेन्द्र कुमार, डीपीएम डॉ मुनाजिम, स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका सहित संबंधित विभागों के जिला व प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया।
कोविड वैक्सीनेशन की भी की गयी समीक्षा:
समीक्षा बैठक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया, जिला पदाधिकारी के द्वारा जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। ताकि वैक्सीनेशन अभियान को और तेज गति मिल सके एवं जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा सेकेंड डोज एवं प्रीकाॅशनरी डोज अभियान को भी गति देने के लिए ऐसे लाभार्थियों का हर हाल में निर्धारित समय पर वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया गया। वहीं, उन्होंने बताया, जिले में लगातार वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। जिसके माध्यम से नियमित तौर पर शिविर आयोजित कर योग्य लाभार्थियों को सुविधाजनक तरीके से वैक्सीन दी जा रही है। साथ ही लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। प्रखंडों में संबंधित बीडीओ व चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में विशेष बैठक आयोजित कर लक्ष्य के 90 प्रतिशत टीकाकरण का निर्देश दिया गया है । वहीं स्कूलों में अभिभावक व शिक्षकों के साथ बैठक का आयोजित कर बच्चों के टीकाकरण के प्रति आम लोगों को प्रेरित व जागरूक किया जायेगा ।
12 साल से अधिक आयु वर्ग के निर्धारित लक्ष्य 13.60 लाख की तुलना में 12.30 लाख लोगों की प्रथम डोज का टीकाकरण हो चुका है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि 12 साल से अधिक आयु वर्ग के निर्धारित लक्ष्य 13.60 लाख की तुलना में 12.30 लाख लोगों की प्रथम डोज का टीकाकरण हो चुका है। 1.30 लाख लाभुक टीका की प्रथम डोज से वंचित हैं। जिले में सबसे अधिक 12-14 साल आयु वर्ग के लाभुकों को 97.2 प्रतिशत टीकाकरण किया गया है। जो पूरे सूबे में दूसरे स्थान पर है वही इसी वर्ग के दूसरे डोज देने के मामले में सूबे में प्रथम स्थान पर है ।पहली डोज के टीकाकरण को बढ़ावा देते हुए योग्य लाभुकों को टीका की दूसरी व 60 साल से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज का टीका लगाने के उद्देश्य को उन्होंने अभियान के लिए महत्वपूर्ण बताया।
ईमानदारी पूर्वक करें अपने जिम्मेदारियों का निर्वाह :
जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने जिले में शतप्रतिशत टीकाकरण की सफलता को लेकर जीविका, आईसीडीएस सहित अन्य विभागों को समुचित मदद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में इसके लिये व्यापक जनसंपर्क अभियान संचालित किये जायें। सत्र आयोजन से संबंधित जानकारी को प्रचारित किया जाये। प्रखंड स्तर पर अभियान की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी संबंधित चिकित्सा प्रभारी व बीडीओ को सौंपा गया है। वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रखंडवार प्रतिनियुक्ति करते हुए अभियान के नियमित अनुश्रवण व निरीक्षण का इंतजाम सुनिश्चित कराने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया। डीएम ने कहा कि कोरोना का संकट फिलहाल पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसलिये टीकाकरण एवं जांच के कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाये। शत प्रतिशत लोगों का टीकाकरण सरकार व जिला प्रशासन की प्राथमिकताओं में शुमार है। विभागीय अधिकारियों को उन्होंने गंभीरतापूर्वक अपनी जिम्मेदारियों के निवर्हन का आदेश दिया।
टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों पर दिया जा रहा है विशेष ध्यान : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि जिले में टीकाकरण अभियान तेज है। सामुदायिक स्तर पर टीकाकरण महाअभियान एवं हर घर दस्तक अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक लाभार्थियों को टीकाकृत किया जा रहा है। इसके साथ हीं जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित टीकाकरण केंद्रों में नियमित रूप से टीकाकरण अभियान अनवरत जारी है। हर घर दस्तक टीकाकरण अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों में टीकाकरण टीम घर-घर पहुंच कर टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों को टीकाकृत कर रही है। जिसकी उपलब्धि 61 प्रतिशत है ।जो व्यक्ति किसी भी कारणवश अभी तक टीका नहीं ले पाएं हैं, उन्हें टीकाकरण के प्रति प्रेरित कर टीके की पहली डोज लगाया जा रहा हैं। दूसरा डोज़ लेने के बाद अब 9 महीने के बदले 6 महीने के बाद ही बूस्टर डोज लगवा सकेंगे। अभियान को गति देने के लिए हर घर दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। ताकि शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल किया जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। हर घर दस्तक अभियान के तहत डोर टू डोर भ्रमण कर स्वास्थ्य विभाग के कर्मी, आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा बूस्टर डोज पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसके लिए टीकाकरण टीम द्वारा सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में पहुंच कर एक-एक व्यक्ति को चिह्नित कर टीकाकृत किया जा रहा है। इसके अलावा संबंधित क्षेत्र की एएनएम, आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों एवं स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों द्वारा टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देना अतिआवश्यक :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकरी डॉ. कुमार ने बताया कि वैश्विक महामारी के इस दौर में नियमित टीकाकरण की प्रक्रिया प्रभावित हुई है। इसमें सुधार के लिये विशेष प्रयास की जरूरत है। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण के मामले में फिलहाल जिले की उपलब्धि 81 फीसदी के करीब है। 02 वर्ष उम्र तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण सौ फीसद तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा है।जिले में आरोग्य दिवस के दिन गर्भवती महिलाएं व बच्चों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जाता है। यहां दो वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजल्स, विटामीन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाये जाते है इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस- डिप्थेरिया के टीके लगाए जा रहे है।