सारस न्यूज, किशनगंज।
जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के द्वारा गुरूवार को मंडल कारा किशनगंज का निरीक्षण किया गया। कारा पहुंचते समय डीएम श्रीकांत शास्त्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कारा में बंदियों की समस्याओं एवं शिकायतों की जानकारी ली। डीएम ने मंडल कारा अधीक्षक से कैदियों के ससमय आहार, पेयजल, चिकित्सा और मनोरंजन व अन्य समस्याओं को लेकर पूछताछ कर आवश्यक निर्देश दिया गया। कई बंदियों से डीएम ने स्वयं बातचीत भी किया। विशेषकर महिला वार्ड में संसीमित कैदियों से फीडबैक भी लिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मंडल कारा में भ्रमण कर संसीमित बंदियों के विभिन्न वार्ड में उनके आवासन की व्यवस्था, पेयजल, मनोरंजन, फोन करने हेतु बूथों की संख्या, शौचालय में साफ सफाई एवं अन्य उपयोग के लिए पानी की व्यवस्था को देखा।
डीएम ने मंडल कारा में निर्माण हो रहे कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मंडल कारा में बैरक निर्माण में प्रयुक्त सामग्रियों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिया गया। मंडल कारा के भीतरी परिसर में पेरीमिटर से सटे सड़क निर्माण में हो रहे विलंब पर खेद प्रकट कर कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने काराधीक्षक रंजीत कुमार को कैदियों की असुविधाओं को कम करते हुए जेल मैनुअल के हिसाब से पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कैदियों से मिलने आने वाले मुलाकातियों के अनुश्रवण कर वर्जित सामग्रियों के प्रवेश पर रोक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के समय कारा और कैदियों की व्यवस्थाओं से जिलाधिकारी संतुष्ट दिखे।
निर्माण कार्य, कैदियों की सुविधाओ के अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कारा के अंदर और बाहरी परिसर में साफ सफाई, सुरक्षा के दृष्टिकोण से कक्षपालो की ड्यूटी, समय – समय पर सेफ्टी मॉनिटरिंग हेतु निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी द्वारा कैदियों को उनके परिजनों से बातचीत कराने के लिए मंडल कारा के अंदर लगाए गए बूथों एवं वीडियो कॉन्फ्रेसिंग सिस्टम का भी मुआयना किया गया। बूथ और वीडियो कॉन्फ्रेसिंग सिस्टम दुरुस्त पाया गया। परंतु टेलीफोन बूथ पर बात नहीं हो रही रही, बीएसएनएल व दूरसंचार विभाग से समन्वय कर इसे ठीक करवाने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर मंडल काराधीक्षक रंजीत कुमार, प्रभारी उपाधीक्षण मनोज कुमार सिंह व अन्य मंडल कारा कर्मी उपस्थित थे।