शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज कोरोना के सभी स्ट्रेन से बचाव के लिए एकमात्र उपाय कोविड टीकाकरण ही है। वो भी प्रथम डोज के बाद दूसरा डोज़ लिए बिना पूर्ण सुरक्षा संभव नहीं है। कोविड की दूसरी डोज़ के बाद ही शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण होता है। तब शरीर कोरोना से लड़ने के लिए तैयार होता है। कोरोना का टीका जिले के सभी व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने 04 दिसम्बर को आयोजित अभियान की सफलता पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिये टीकाकरण की मुहिम में जुटे तमाम विभागीय अधिकारी व कर्मी बधाई के पात्र हैं, सामूहिक प्रयास से ही बेहतर नतीजे हासिल किये जा सकते हैं।
अभी संक्रमण के फैलाव का खतरा बरकरार है। खासकर नए स्ट्रेन ओमिक्रॉन को देखते हुए विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। जिन्होंने किसी कारण अब तक कोरोना का टीका नहीं लिया है प्राथमिकता के आधार पर टीका लगायें। इस वैश्विक महामारी से आम जनमानस को निजात दिलाने का यही एक उपाय है। संबंधित विभागीय अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि जिले के आखिरी व्यक्ति के टीकाकृत होने तक हमें अपना प्रयास जारी रखना होगा। ताकि इस महामारी को करारी शिकस्त दी जा सके। वहीं 04 दिसम्बर को हुए विशेष अभियान में टीकाकरण से वंचित 15 हजार से अधिक लोगों ने अपने निकटतम टीकाकरण केंद्र जाकर टीकाकरण करवा कर खुद को सुरक्षित किया है। टीकाकरण के लिए कुल लक्षित 11 लाख 18 हजार 29 आबादी में से अब तक कुल 08 लाख 6 हजार 259 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। जिसमें 3 लाख 70 हजार 995 लोग अपनी दूसरी डोज़ ले चुके हैं। टीका से इनकार वाले के घर-घर जाकर दिया गया।
डॉ मंजर आलम ने बताया कि हर घर दस्तक अभियान के दौरान कुछ ऐसे भी लोग मिले, जिन्होंने टीका लेने से इनकार कर दिया। अब उनके घर-घर मोटरसाइकिल से जाकर समझाकर कोरोना का टीका दिलवाया जा रहा है। इसी सिलसिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और केयर इंडिया, यूनिसेफ एवं अन्य सहयोगी संस्था ने आगे बढ़कर ऐसे लोगों को टीका के महत्व समझाने का काम किया। कुछ बुजुर्ग महिलाएं टीका लेने से डर रही थीं। उन्हें जब अधिकारियों ने समझाया तो आखिरकार वे लोग तैयार हो गए।