टेढ़ागाछ प्रखंड के चिल्हनियां पंचायत के वार्ड नंबर 09 से खर्रा मुख्य सड़क तक जाने वाली कच्ची सड़क पर तीन जगहों पर कटिंग व जलजमाव से राहगिरों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। इन दिनों अत्यधिक जल-जमाव के कारण सड़क कीचड़मय हो गई है। आजादी के बाद भी टेढ़ागाछ के दर्जनों गांव तक जाने-आने वाली मुख्य सड़कें कच्ची है। आज भी यहां के लोग जर्जर व ध्वस्त सड़कों पर आवाजाही करने पर विवश हैं।
गौरतलब है कि यह सड़क 2017 में भीषण बाढ़ के कारण कई स्थानों पर ध्वस्त हो गई थी। लेकिन स्थानीय प्रशासन आज तक इन सड़कों की सुधि नहीं ली। जबकि स्थानीय ग्रामीणों ने सड़कों पर बने गड्ढों पर जल-जमाव व कीचड़ की समस्या को लेकर बार-बार जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय मुखिया, पंचायत समिति सदस्य से मिलकर सड़क निर्माण कराने की गुहार लगाई फिर भी यह सड़क आजतक उपेक्षित है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल अत्यधिक जलजमाव एवं सड़क कटिंग पर मिट्टी भरने की मांग की है।
ज्ञात हो कि चिल्हनियां से खर्रा आदिवासी टोला तक जाने वाली कच्ची सड़क टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय जाने का एकमात्र सड़क है। इस सड़क होकर दो प्रखंड के सैकड़ों लोगों का आवागमन रोजमर्रे की जरूरतों की पूर्ति के लिए हुआ करता है। स्थानीय बादल आलम ने बताया कि आजादी के 7 दशक बाद भी यह सड़क कच्ची ही रह गयी। यहां के लोग सरकार की उपेक्षा की शिकार है। सरकार आवाम की परेशानी से बेखबर हो कर कुर्सी संभाल रही है।
स्थानीय लोगों में अब्दुल लतीफ, मुख्तार आलम, कैयूम आलम, अफ्रोज आलम, नसीम आलम, फिरोज आलम, मुस्लिमउद्दीन, मोहमोउद्दीन, हकमोउद्दीन, राशिद आलम आदि लोगों ने जिला पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पक्की सड़क की मांग की है।
सारस न्यूज टीम, टेढ़ागाछ।
टेढ़ागाछ प्रखंड के चिल्हनियां पंचायत के वार्ड नंबर 09 से खर्रा मुख्य सड़क तक जाने वाली कच्ची सड़क पर तीन जगहों पर कटिंग व जलजमाव से राहगिरों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। इन दिनों अत्यधिक जल-जमाव के कारण सड़क कीचड़मय हो गई है। आजादी के बाद भी टेढ़ागाछ के दर्जनों गांव तक जाने-आने वाली मुख्य सड़कें कच्ची है। आज भी यहां के लोग जर्जर व ध्वस्त सड़कों पर आवाजाही करने पर विवश हैं।
गौरतलब है कि यह सड़क 2017 में भीषण बाढ़ के कारण कई स्थानों पर ध्वस्त हो गई थी। लेकिन स्थानीय प्रशासन आज तक इन सड़कों की सुधि नहीं ली। जबकि स्थानीय ग्रामीणों ने सड़कों पर बने गड्ढों पर जल-जमाव व कीचड़ की समस्या को लेकर बार-बार जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय मुखिया, पंचायत समिति सदस्य से मिलकर सड़क निर्माण कराने की गुहार लगाई फिर भी यह सड़क आजतक उपेक्षित है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल अत्यधिक जलजमाव एवं सड़क कटिंग पर मिट्टी भरने की मांग की है।
ज्ञात हो कि चिल्हनियां से खर्रा आदिवासी टोला तक जाने वाली कच्ची सड़क टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय जाने का एकमात्र सड़क है। इस सड़क होकर दो प्रखंड के सैकड़ों लोगों का आवागमन रोजमर्रे की जरूरतों की पूर्ति के लिए हुआ करता है। स्थानीय बादल आलम ने बताया कि आजादी के 7 दशक बाद भी यह सड़क कच्ची ही रह गयी। यहां के लोग सरकार की उपेक्षा की शिकार है। सरकार आवाम की परेशानी से बेखबर हो कर कुर्सी संभाल रही है।
स्थानीय लोगों में अब्दुल लतीफ, मुख्तार आलम, कैयूम आलम, अफ्रोज आलम, नसीम आलम, फिरोज आलम, मुस्लिमउद्दीन, मोहमोउद्दीन, हकमोउद्दीन, राशिद आलम आदि लोगों ने जिला पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पक्की सड़क की मांग की है।
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