पीएचसी अस्पताल के आसपास आधा दर्जन अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, पैथोलॉजी व नर्सिंग होम चल रहे हैं। यह मानक पर खरे हैं या नहीं इसकी जांच कराने की मांग उठने लगी है। सांसद प्रतिनिधि हसनैन रजा ने कहा कि नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे व पैथोलॉजी जो विभागीय नियमों के अनुरुप नहीं हैं। उन्हें बंद करने का फरमान जारी होता है पर समय आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। कहीं न कहीं जिला से लेकर स्थानीय प्रशासन की गतिविधियां इन सवालों के घेरे में आ जाती है।
सांसद प्रतिनिधि के अनुसार हैरत की बात यह है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेढ़ागाछ में इलाज कराने पहुंचे मरीजों को बिचौलियों के माध्यम से अवैध नर्सिंग होम, जांच के लिए पैथोलाजी, एक्सरे व अल्ट्रासाउंड सेंटर बहला फुसलाकर ले जाया जाता है और मरीजों से मोटी रकम वसूल कर फर्जी जांच रिपोर्ट दिया जाता है।
जिससे मरीजों के जान का खतरा बना रहता है। कई अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी व अवैध निजी नर्सिंग होम में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। कइयों के पास न कोई डिग्री और न ही जिला स्वास्थ्य विभाग से पंजीकरण है।अपने संस्थाओं के सामने लगे बोर्ड में बड़ी बड़ी डिग्रियां लिखा रहता है। बीते एक माह पूर्व भी सीएस के द्वारा टीम गठित कर आदेश जारी किया गया था कि टीम अपने अपने क्षेत्र में जाकर अवैध नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी व एक्सरे की जांच कर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें जिसमे स्थानीय प्रशासन से भी सहयोग लेने के लिए कहा गया था लेकिन एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होता देख लोगों के मन में संशय होने लगा है।
भाजपा प्रखंड अध्यक्ष रवि कुमार दास ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के कुछ कर्मी की मिलीभगत से यह अवैध धंधा फल फूल रहा है। गरीब मरीजों का खून चूसा जा रहा है। कहा कि अगर सीएस के द्वारा एक सप्ताह के अंदर अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी एक्सरे आदि को बंद नहीं करवाया गया तो हमलोग जिलाधिकारी से मिलकर इस समस्या का समाधान की मांग करेंगे।
सारस न्यूज टीम, टेढ़ागाछ।
पीएचसी अस्पताल के आसपास आधा दर्जन अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, पैथोलॉजी व नर्सिंग होम चल रहे हैं। यह मानक पर खरे हैं या नहीं इसकी जांच कराने की मांग उठने लगी है। सांसद प्रतिनिधि हसनैन रजा ने कहा कि नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे व पैथोलॉजी जो विभागीय नियमों के अनुरुप नहीं हैं। उन्हें बंद करने का फरमान जारी होता है पर समय आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। कहीं न कहीं जिला से लेकर स्थानीय प्रशासन की गतिविधियां इन सवालों के घेरे में आ जाती है।
सांसद प्रतिनिधि के अनुसार हैरत की बात यह है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेढ़ागाछ में इलाज कराने पहुंचे मरीजों को बिचौलियों के माध्यम से अवैध नर्सिंग होम, जांच के लिए पैथोलाजी, एक्सरे व अल्ट्रासाउंड सेंटर बहला फुसलाकर ले जाया जाता है और मरीजों से मोटी रकम वसूल कर फर्जी जांच रिपोर्ट दिया जाता है।
जिससे मरीजों के जान का खतरा बना रहता है। कई अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी व अवैध निजी नर्सिंग होम में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। कइयों के पास न कोई डिग्री और न ही जिला स्वास्थ्य विभाग से पंजीकरण है।अपने संस्थाओं के सामने लगे बोर्ड में बड़ी बड़ी डिग्रियां लिखा रहता है। बीते एक माह पूर्व भी सीएस के द्वारा टीम गठित कर आदेश जारी किया गया था कि टीम अपने अपने क्षेत्र में जाकर अवैध नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी व एक्सरे की जांच कर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें जिसमे स्थानीय प्रशासन से भी सहयोग लेने के लिए कहा गया था लेकिन एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होता देख लोगों के मन में संशय होने लगा है।
भाजपा प्रखंड अध्यक्ष रवि कुमार दास ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के कुछ कर्मी की मिलीभगत से यह अवैध धंधा फल फूल रहा है। गरीब मरीजों का खून चूसा जा रहा है। कहा कि अगर सीएस के द्वारा एक सप्ताह के अंदर अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी एक्सरे आदि को बंद नहीं करवाया गया तो हमलोग जिलाधिकारी से मिलकर इस समस्या का समाधान की मांग करेंगे।
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