राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
अब तक जिले में मिले डेंगू के 06 मरीज।
डेंगू मरीजों के लिये पीएचसी स्तर पर विशेष वार्ड।
जिले में डेंगू का प्रसार जारी है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग इस पर प्रभावी नियंत्रण संबंधी उपायों की मजबूती में जुटा है। जिले में डेंगू नियंत्रण संबंधी पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं। हर दिन डेंगू संबंधी मामलों की समीक्षा की जा रही है। अगस्त माह से अब तक जिले में डेंगू रोग के सत्यापन के लिये कुल संदेहास्पद मरीजों का एलीजा टेस्ट किया गया है। इसमें अब तक डेंगू के 06 मामले सामने आये हैं। इसमें 02 मरीज सदर अस्पताल में निर्मित डेंगू वार्ड में भर्ती हैं । 01 मरीज लायंस सेवा केंद्र में व 03 होम आइसोलेट हैं। गौरतलब है कि अब तक मिले डेंगू मरीज में 01 राजस्थान, 02 दिल्ली, 01 पटना जैसे शहरों से रोगग्रस्त होकर घर लौटे हैं। विभागीय स्तर से मरीजों की सेहत की समुचित निगरानी की जा रही है। इधर डेंगू के संभावित खतरों से निपटने व मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में विभिन्न स्तरों पर जरूरी पहल की गयी है। सदर अस्पताल में 10 बेड क्षमता वाला विशेष डेंगू वार्ड संचालित किया जा रहा है। डेंगू के बढते खतरों को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री लगातार डेंगू से संबंधित मामलों की समीक्षा, जागरूकता अभियान एवं फॉगिंग का अनुश्रवन स्वयं प्रत्येक दिन कर रहे हैं। इसको लेकर प्रखंडवार डेंगू (एलाईजा) जांच और मरीजों के संबंध में जानकारियों को राज्य मुख्यालय को उपलब्ध करायी जा रही है।
डेंगू से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि जिले में डेंगू के संभावित खतरों से निपटने और मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक रूप से दिशा निर्देश दिया गया है। विभागीय स्तर पर हरसंभव सकारात्मक पहल की जा रही है। डेंगू से जुड़ी हुई चुनौतियों से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है। विभागीय स्तर से मरीजों की सेहत की निगरानी की जा रही है। इसके लिए सदर अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष रूप से डेंगू वार्ड बनाया गया है। साथ ही सभी स्वास्थ्य संस्थानों में डेंगू जांच किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी गयी है। डेंगू मरीजों के लिए प्लेटलेट्स जांच की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।
जांच व इलाज का जिले में समुचित इंतजाम –
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया कि डेंगू से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिये विभाग पूरी तरह तैयार है। इसके लिये सदर अस्पताल में 10, सहित सभी पीएचसी में दो बेड। क्षमता वाला विशेष डेंगू वार्ड संचालित किया जा रहा है। 01 सितम्बर से अब तक जिले में रैपिड एंटीजन टेस्ट 392 की गई है। जिनमें से कुल 06 मरीज पॉजिटिव पाए गये हैं । जिनकी आधिकारिक पुष्टि हेतु एलिजा टेस्ट करवायी गयी है। जहां वे पॉजिटिव पाए गये हैं। सभी पीएचसी में डेंगू जांच किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मेडिकल कॉलेज सह लायंस सेवा केंद्र में डेंगू मरीजों के लिये प्लेटलेट्स जांच की सुविधा उपलब्ध है। डेंगू के संभावित खतरों से निपटने के लिये हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर जांच की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में जरूरी पहल की जा रही है। डेंगू के वैसे मरीज जिन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत हो उनके लिए मेडिकल कॉलेज में नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है।
लक्षणों के आधार पर रोग की आसानी से पहचान संभव –
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया कि सामान्य लक्षणों के आधार पर डेंगू की पहचान आसान है। उन्होंने बताया कि तेज बुखार, बदन, सर व जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, नाक, मसूढ़ों से या उल्टी के साथ रक्तस्राव, त्वचा पर लाल धब्बे व चकत्ते का निशान होने अस्पताल में समुचित जांच के बाद इलाज कराना जरूरी है।