सारस न्यूज़, पूर्णिया।
क्या आप एबैकस के बारे में जानते हैं? यदि हां तब तो आप संभवतः पूर्णिया की धृति कमल को पहले से जानते होंगे। यदि नहीं तो साधारण शब्दों में ऐसे समझ सकते हैं की यह गणना करने का एक उपकरण है। खैर, एबैकस पर चर्चा फिर कभी, बात करते हैं धृति की जिसने पूर्णिया सहित पुरे बिहार का नाम रोशन किया है।
अहमदाबाद, गुजरात में यूसीमास द्वारा आयोजित एबैकस की राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में पूर्णियाँ की बेटी धृति कमल ने ट्रॉफी जीतकर एक बार फ़िर बिहार का गौरव बढ़ाया है। 12 फरवरी, रविवार को एक भव्य कार्यक्रम में धृति को ट्रॉफी दी गई। धृति कमल केंद्रीय विद्यालय में चतुर्थ कक्षा की छात्रा है और मूलतः सरसी, पूर्णियाँ की रहनेवाली है। धृति ने एबैकस की इस प्रतियोगिता में सीनियर लेवल में पूरे भारत में छठा स्थान प्राप्त किया है। इसके लिए धृति ने 10 मिनट में गणित के लगभग 200 प्रश्न हल किए।
पिछले वर्ष भी धृति ने पूरे देश में सातवाँ स्थान प्राप्त किया था। धृति के पिता कमलेश कमल देश के चर्चित लेखक एवं भाषाविद् हैं और माता दीप्ति झा, केन्द्रीय विद्यालय में शिक्षिका हैं। धृति की इस उपलब्धि की चर्चा चारों तरफ हो रही है और आशा है कि उसकी इस उपलब्धि से अन्य बहुत सारे बच्चे भी प्रेरित होंगे।
बिहार की इस बेटी पर माँ – बाप, सगे – सम्बन्धी, और जिन्हे भी धृति की इस उपलब्धि की जानकारी होती है उन्हें गर्व तो होता ही है, साथ ही धृति की उपलब्धि ने इस गणितीय खेल या उपकरण को हजारों ऐसे लोगों (खासकर बच्चो) तक पहुँचाने का काम भी किया है जो अब तक इसके बारे में नहीं जानते थे। और यह संख्या बढ़ती ही जा रही है, बढ़ती ही जाएगी।
