पोठिया प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों में महानंदा व डोंक नदी का पानी घुसने से बाढ़ जैसी हालात हो गई है। सोमवार से हो रही लगातार वर्षा से प्रखंड क्षेत्र के क़स्बाकल्यागंज, छत्तरगाच्छ, कोलथा, भोटाथाना, फाला, मिर्ज़ापुर, डूबानोची सहित अन्य पंचायतों में महानंदा का पानी लोगों के घर आंगन में घुस गई है।
लोगों के रसोई घर में भी घुटने से नीचे तक पानी भर गया हैं। जिस कारण लोगों को खान-पान में भी काफी परेशानी हो रही है। बाढ़ की ऐसी स्थिति में पोठिया प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की जिंदगी अभी भगवान भरोसे कट रही है। मंगलवार की रात्रि महानंदा नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने के बाद दो दर्जन से अधिक गांवों के सैकड़ो घरों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी लेकिन स्थानीय प्रशासन अबतक बेख़बर बनी हुई है। लोगो को किसी प्रकार की सरकारी सहायता अब तक नही मिल सका है। वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला पार्षद निरंजन राय, मुखिया नैमूल हक़, अबुल क़ासिम, मो. मरगुब आलम द्वारा अपने क्षेत्र का जायजा लेकर कर लोगों की परेशानियों की जानकारी लेकर उन्हें मदद का आश्वासन दें रहे हैं।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
पोठिया प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों में महानंदा व डोंक नदी का पानी घुसने से बाढ़ जैसी हालात हो गई है। सोमवार से हो रही लगातार वर्षा से प्रखंड क्षेत्र के क़स्बाकल्यागंज, छत्तरगाच्छ, कोलथा, भोटाथाना, फाला, मिर्ज़ापुर, डूबानोची सहित अन्य पंचायतों में महानंदा का पानी लोगों के घर आंगन में घुस गई है।
लोगों के रसोई घर में भी घुटने से नीचे तक पानी भर गया हैं। जिस कारण लोगों को खान-पान में भी काफी परेशानी हो रही है। बाढ़ की ऐसी स्थिति में पोठिया प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की जिंदगी अभी भगवान भरोसे कट रही है। मंगलवार की रात्रि महानंदा नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने के बाद दो दर्जन से अधिक गांवों के सैकड़ो घरों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी लेकिन स्थानीय प्रशासन अबतक बेख़बर बनी हुई है। लोगो को किसी प्रकार की सरकारी सहायता अब तक नही मिल सका है। वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला पार्षद निरंजन राय, मुखिया नैमूल हक़, अबुल क़ासिम, मो. मरगुब आलम द्वारा अपने क्षेत्र का जायजा लेकर कर लोगों की परेशानियों की जानकारी लेकर उन्हें मदद का आश्वासन दें रहे हैं।
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