विजय गुप्ता, सारस न्यूज़, गलगलिया।
किशनगंज जिले के गलगलिया इंडो-नेपाल बॉर्डर से विगत मंगलवार को गिरफ्तार पाकिस्तान मूल की अमेरिकी नागरिकता प्राप्त फरीदा मलिक उर्फ अख्तर सना के पास से पुलिस ने 03 मेमोरी कार्ड, 01 टैब एवं 03 मोबाइल जप्त किया है। इस जप्ती से सना या फरिदा की राज खुलने की पूरी संभावना है।
जेल में बंद महिला सना या फरिदा का भारत आने का मकसद की गुत्थी जप्त मोबाइल, टैब व मेमोरी कार्ड की जाँच से बाहर आएगा कि बंद महिला किस कारणवश बार-बार भारत और नेपाल का भ्रमण कर रही थी। पूछ-ताछ में भी महिला ने संतोषजनक जबाब नही दिया कि अवैध रूप से वह भारत क्यों आती है। जिससे गिरफ्तार महिला को लेकर कई संदेह पैदा हो रहे हैं। जानकारी मिली कि भारत के बंटवारे से पूर्व उक्त महिला के परिवार के लोग भारत के जयपुर में रहते थे मगर देश के बंटवारे में यह क्षेत्र पाकिस्तान के कराची चला गया। अभी गिरफ्तार महिला का ननिहाल राजस्थान के अजमेर मे है। गिरफ्तार महिला विगत सन 1984 में पाकिस्तान से यूएसए के वर्जिनिया चली गयी थी इस दौरान उसने सन 1992 में यूएसए में निवास रहते हुए वहाँ का ग्रीन कार्ड हासिल कर यूएसए की नागरिक बन गई। जिसके बाद गिरफ्तार महिला यूएसए के वर्जिनिया से कैलिफोर्निया चली आयी और आज भी यहीं रहती है। इसी दौरान उसने एक भारतीय नागरिक से शादी की मगर जल्द ही तलाक हो गया। पूर्व में भी उत्तराखंड में एसएसबी ने उसे गिरफ्तार किया था जिसमें वह करीब 13 महीना जेल में रही थी। फ़िलहाल महिला किशनगंज जेल में बंद है। वहीं संदेह पर अब जांच एजेंसी महिला के किसी देशद्रोही या आतंकी संगठनों के साथ संलिप्तता की जांच करने में जुटी हुई है।
ज्ञात हो कि मंगलवार की शाम इंडो-नेपाल बॉर्डर के गलगलिया से पुलिस और एसएसबी ने भारतीय सीमा से नेपाल बिना वैध दस्तावेज के पार करने की कोशिश में एक पाकिस्तानी मूल की अमेरिकन नागरिकता प्राप्त महिला को हिरासत में लिया था और किशनगंज महिला थाना लेकर पूछ-ताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया था।