सारस न्यूज टीम, टेढ़ागाछ।
बारिश के कारण नदियों के बढ़ते घटते जलस्तर से कटाव का खतरा बढ़ गया है। इससे नदी किनारे बसे गांव के लोगों के लिए परेशानी बढ़ती जा रही है। टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हवाकोल पंचायत के लगभग आधा दर्जन गांव रेतुआ नदी के किनारे हैं। जब नदी का जलस्तर बढ़ता है तो गांव में बाढ़ का पानी घुस जाता है। जब जलस्तर घटता है। तो नदी कटाव का डर ग्रामीणों को सताने लगता है।
इस समय हवाकोल, खजूरबाड़ी, गढ़ीटोला, दर्जनटोला, लोधाबाड़ी, हाथीलद्दा, फुलबड़िया, धापरटोला, कोठीटोला, देवरी आदिवासी टोला, बभनगांवा, तथा सुहिया गांव एवं राजस्व हाट के समीप रेतुआ नदी से हो रहे कटाव को लेकर ग्रामीण भयभीत हैं। ग्रामीण नीर लाल मंडल, महेंद्र प्रसाद मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद गिरी, कृष्ण प्रसाद मंडल, मनोज कुमार मंडल, अनिल कुमार मंडल, आनंदी पासवान, मो. नईम उद्दीन, सीताराम मंडल, विनोद मंडल, खलील अंसारी, भोला शर्मा, अतीक अंसारी, लक्ष्मण शर्मा, तमीज उद्दीन, सत्यनारायण पासवान, योगी सहनी, गोपाल साह, नजाम उद्दीन, एवं योगी साह आदि ने बताया कि तेजी से हो रहे कटाव की ऐसी ही स्थिति रही तो कई लोगों का घर रेतुआ नदी के आगोश में समा जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने घटने से कटाव का प्रकोप जारी है। ग्रामीणों ने सीओ का ध्यान समस्या की ओर आकृष्ट कराया है।