बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के द्वारा अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर कल 6 नवंबर को बिहार के विभिन्न जिलों में जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। ममता कार्यकर्ताओं की वर्षों से बकाया पड़े प्रोत्साहन राशि के भुगतान सहित उसे सरकारी सेवक का दर्जा प्राप्त नहीं होने तक 26000 रुपया न्यूनतम वैधानिक मजदूरी का भुगतान करने सेवा नियुक्त होने पर 10 हज़ार रुपए मानसिक पेंशन देने सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के द्वारा जिला स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आह्वान किया गया है। 10 सूत्री मांगों में मांग की गई है कि ममता कार्यकर्ताओं के पूर्व के बकाए प्रोत्साहन राशि का भुगतान अविलम्ब कराया जाय।
ममता कार्यकर्ता को सरकारी सेवक घोषित किया जाय। जब तक सरकारी सेवक घोषित नहीं किया जाता है तब तक 45वें एवं 46वें श्रम सम्मेलन के अनुशंसा के आलोक में (छब्बीस हजार) रूपया न्यूनतम वैधानिक पारिश्रमिक का भुगतान करना सुनिश्चित किया जाय। सेवा निवृति के पश्चात ममता कार्यकर्त्ताओं को (दस हजार) रूपया महीना पेंशन एवं अन्य सेवांत का लाभ उपलब्ध कराया जाय। ममता कार्यकर्त्ताओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान प्रत्येक माह के अंतिम तिथि को भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाय। स्वास्थ्य संस्थानों में ममता कार्यकर्ताओं से बेगार कार्य कराने की प्रथा पर रोक लगाते हुए ममता के लिए आवंटित कार्य के अलावा दूसरा कार्य कराने वाले व्यक्तियों पर विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई किया जाय। ज्ञातव्य हो कि शेखपुरा सदर अस्पताल के अधीक्षक के द्वारा ममता कार्यकर्त्ताओं को लिखित रूप में आपातकालीन कक्ष में ड्यूटी लगा दिया गया है, उक्त आदेश को रद्द करते हुए उन पर विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई किया जाय। ममता कार्यकर्त्ताओं को पहचान के लिए यूनीफार्म के तौर पर 02 सेट साडी, ब्लाउज, पेटीकोट, सीम सहित मोबाइल रिचार्ज कूपन सहित जाड़े के दिन में ऊनी वस्त्र मुहैया कराया जाय। प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान में ममता कार्यकर्ताओं को उठने बैठने के लिए एक कमरा आवंटित किया जाय।ममता कार्यकर्त्ताओं इएसआइ कार्ड एवं आयुष्मान भारत कार्ड की व्यवस्था संस्थान स्तर से कराई जाय। ममता की कार्य अवधि में मौत होने पर उनके आश्रितों को नौकरी एवं (दस लाख) रूपया का मुआवजा दिया जाय। स्वास्थ्य उप केन्द्रों तक प्रसव की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए ममता को स्वास्थ्य उप केन्द्रों तक चयनित किया जाय। इन्हीं मांगों को लेकर बिहार के विभिन्न जिलों में कल 6 नवंबर को बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित की जाएगी।
सारस न्यूज, ठाकुरगंज।
बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के द्वारा अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर कल 6 नवंबर को बिहार के विभिन्न जिलों में जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। ममता कार्यकर्ताओं की वर्षों से बकाया पड़े प्रोत्साहन राशि के भुगतान सहित उसे सरकारी सेवक का दर्जा प्राप्त नहीं होने तक 26000 रुपया न्यूनतम वैधानिक मजदूरी का भुगतान करने सेवा नियुक्त होने पर 10 हज़ार रुपए मानसिक पेंशन देने सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के द्वारा जिला स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आह्वान किया गया है। 10 सूत्री मांगों में मांग की गई है कि ममता कार्यकर्ताओं के पूर्व के बकाए प्रोत्साहन राशि का भुगतान अविलम्ब कराया जाय।
ममता कार्यकर्ता को सरकारी सेवक घोषित किया जाय। जब तक सरकारी सेवक घोषित नहीं किया जाता है तब तक 45वें एवं 46वें श्रम सम्मेलन के अनुशंसा के आलोक में (छब्बीस हजार) रूपया न्यूनतम वैधानिक पारिश्रमिक का भुगतान करना सुनिश्चित किया जाय। सेवा निवृति के पश्चात ममता कार्यकर्त्ताओं को (दस हजार) रूपया महीना पेंशन एवं अन्य सेवांत का लाभ उपलब्ध कराया जाय। ममता कार्यकर्त्ताओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान प्रत्येक माह के अंतिम तिथि को भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाय। स्वास्थ्य संस्थानों में ममता कार्यकर्ताओं से बेगार कार्य कराने की प्रथा पर रोक लगाते हुए ममता के लिए आवंटित कार्य के अलावा दूसरा कार्य कराने वाले व्यक्तियों पर विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई किया जाय। ज्ञातव्य हो कि शेखपुरा सदर अस्पताल के अधीक्षक के द्वारा ममता कार्यकर्त्ताओं को लिखित रूप में आपातकालीन कक्ष में ड्यूटी लगा दिया गया है, उक्त आदेश को रद्द करते हुए उन पर विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई किया जाय। ममता कार्यकर्त्ताओं को पहचान के लिए यूनीफार्म के तौर पर 02 सेट साडी, ब्लाउज, पेटीकोट, सीम सहित मोबाइल रिचार्ज कूपन सहित जाड़े के दिन में ऊनी वस्त्र मुहैया कराया जाय। प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान में ममता कार्यकर्ताओं को उठने बैठने के लिए एक कमरा आवंटित किया जाय।ममता कार्यकर्त्ताओं इएसआइ कार्ड एवं आयुष्मान भारत कार्ड की व्यवस्था संस्थान स्तर से कराई जाय। ममता की कार्य अवधि में मौत होने पर उनके आश्रितों को नौकरी एवं (दस लाख) रूपया का मुआवजा दिया जाय। स्वास्थ्य उप केन्द्रों तक प्रसव की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए ममता को स्वास्थ्य उप केन्द्रों तक चयनित किया जाय। इन्हीं मांगों को लेकर बिहार के विभिन्न जिलों में कल 6 नवंबर को बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित की जाएगी।
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