प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बैगना पंचायत स्थित प्रधानमंत्री सड़क गड़गांव से महुआ जाने वाली मुख्यमंत्री सड़क का विगत दिनों आई बाढ़ के कारण कई जगहों पर रेन कट हो गया है। आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों ने कहा की जनप्रतिनिधियों एवं संवेदकों की लापरवाही के चलते इस सड़क का आज तक कोई मरम्मती कार्य नहीं किया गया जो इस विभाग के लापरवाही को उजागर करता है। क्षतिग्रस्त सड़क दुघर्टना को दिन रात दावत दे रही है।
राहगीरों का कहना है कि बराबर छोटी-मोटी सड़क पर दुर्घटना होती रहती है। इसकी शिकायत कहां करें हमारी बात कोई सुनने वाला नहीं है। विशेष कर संवेदक की घोर लापरवाही के चलते राहगीरों को आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बताते चलें कि इस प्रकार प्रखंड में दर्जनों ऐसी सड़कें हैं, जो मेंटेनेंस के अभाव में जर्जर हो गई हैं। पुल पुलिया का भी बुरा हाल है। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर बरसात के मौसम में डायवर्सन एवं बांस के बने चचरी पुल पर होकर आवाजाही करने को मजबूर हैं।
पथ निर्माण विभाग से स्थानीय ग्रामीणों ने पुल पुलिया एवं क्षतिग्रस्त सड़कों की जांच करते आ मरम्मती कार्य कराने की मांग की है। जिससे राहगीर सुरक्षित एक स्थान से दूसरे स्थान एवं अपने गंतव्य तक आवाजाही कर सकें। स्थानीय लोगों ने जिला पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सड़क निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई करने की मांग की।
सारस न्यूज टीम, टेढ़ागाछ।
प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बैगना पंचायत स्थित प्रधानमंत्री सड़क गड़गांव से महुआ जाने वाली मुख्यमंत्री सड़क का विगत दिनों आई बाढ़ के कारण कई जगहों पर रेन कट हो गया है। आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों ने कहा की जनप्रतिनिधियों एवं संवेदकों की लापरवाही के चलते इस सड़क का आज तक कोई मरम्मती कार्य नहीं किया गया जो इस विभाग के लापरवाही को उजागर करता है। क्षतिग्रस्त सड़क दुघर्टना को दिन रात दावत दे रही है।
राहगीरों का कहना है कि बराबर छोटी-मोटी सड़क पर दुर्घटना होती रहती है। इसकी शिकायत कहां करें हमारी बात कोई सुनने वाला नहीं है। विशेष कर संवेदक की घोर लापरवाही के चलते राहगीरों को आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बताते चलें कि इस प्रकार प्रखंड में दर्जनों ऐसी सड़कें हैं, जो मेंटेनेंस के अभाव में जर्जर हो गई हैं। पुल पुलिया का भी बुरा हाल है। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर बरसात के मौसम में डायवर्सन एवं बांस के बने चचरी पुल पर होकर आवाजाही करने को मजबूर हैं।
पथ निर्माण विभाग से स्थानीय ग्रामीणों ने पुल पुलिया एवं क्षतिग्रस्त सड़कों की जांच करते आ मरम्मती कार्य कराने की मांग की है। जिससे राहगीर सुरक्षित एक स्थान से दूसरे स्थान एवं अपने गंतव्य तक आवाजाही कर सकें। स्थानीय लोगों ने जिला पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सड़क निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई करने की मांग की।
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