विजय गुप्ता, गलगलिया, किशनगंज।
भारत-नेपाल सीमा गलगलिया-भद्रपुर को आज गुरुवार मध्यरात्रि से 72 घंटे के लिए पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा। पड़ोसी देश नेपाल में 20 नवंबर को होने जा रहे आम चुनाव से पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा पर असामाजिक तत्वों की सीमा पार आवाजाही को रोकने के लिए 17 नवंबर से 72 घंटे के लिए भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया जाएगा। आवाजाही पर पूरी तरह से रोक रहेगी। रोगियों के लिए या अन्य किसी विषम परिस्थितियों में लोगों को आवागमन की छूट होगी। नेपाल में चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो इसके मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र भातगाँव, गलगलिया बाजार, भकसरभिट्ठा समेत अन्य क्षेत्रों में 41वीं एसएसबी बटालियन रानीडांगा अंतर्गत भातगाँव समवाय के जवानों और गलगलिया पुलिस द्वारा गुरुवार को संयुक्त फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च के दौरान गलगलिया थाना के एसआई जंगली मंडल, पीटीसी ललन सिंह सहित एसएसबी व पुलिस के जवान मौजूद थे। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएसबी द्वारा नेपाल एपीएफ से समन्वय स्थापित कर सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था पहले से अधिक बढ़ाते हुए सीमा पर लगातार संयुक्त गश्ती अभियान चला रही है। 41वीं एसएसबी बटालियन के सहायक सेनानायक हर्ष सिन्हा के निर्देश व नेतृत्व में निकाली गई फ्लैग मार्च के दौरान एसएसबी जवानों व गलगलिया पुलिस ने माइक के जरिये सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से नेपाल में चुनाव संपन्न कराने को लेकर अपील की। कहा कि चुनाव संपन्न होने तक अनावश्यक रूप से नेपाल में प्रवेश न करें। सीमावर्ती लोगों को जानकारी देते हुए कहा गया कि नेपाल में आम चुनाव को लेकर 17 नवंबर 2022, 12.00 बजे (मध्यरात्रि) से 20 नवंबर 2022, (मध्य रात्रि) तक 72 घंटे तक सीमा पूर्ण रूप से सील रहेगी।

उच्च स्तरीय बैठक में 72 घंटे सीमा सील करने का हुआ निर्णय:-
एसएसबी के एक वरीय अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों देशों के पड़ोसी जिला झापा, मोरंग एवं किशनगंज के अधिकारियों की समन्वय समिति की एक उच्च स्तरीय बैठक में 72 घंटे के लिए सीमा सील करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में दोनों देशों के स्थानीय प्रशासन, पुलिस, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लेकर बैठक में अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का निर्णय लिया गया।
72 घंटे सीमा से आवागमन बंद होने से रोजी-रोटी पर पड़ेगा प्रभाव:-
72 घंटे तक सीमा से आवागमन बंद किये जाने से गलगलिया सीमा क्षेत्र के दुकानदारों एवं सीमा पार काम करने वाले मजदूरों में थोड़ी मायूसी देखी जा रही है। गलगलिया सीमा के दुकानदारों में मो० नूर आलम, मो० कुदुस, मदन पासवान, रामबाबू गुप्ता, मो० सहीद, मनोहर समादार, मो० अफसारआदि ने बताया कि 72 घंटे के बजाय 48 घंटे ही सीमा से आवागमन बंद होने से रोजी रोटी पर व्यापक प्रभाव नहीं पड़ता चुकी यहाँ के दुकानों का व्यवसाय पूर्ण रूप से नेपाल के लोगों पर ही निर्भर है। इस सीमा से होकर प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन सिर्फ रोजी-रोटी एवं दैनिक उपयोग की सामग्री की खरीदारी हेतु होता है।
क्या कहते हैं झापा जिला के प्रमुख जिलाअधिकारी:-
वहीं इस संबंध में झापा जिला के प्रमुख जिलाअधिकारी छविलाल रिजाल ने बताया कि नेपाल में होने वाले प्रतिनिधि सभा व प्रदेश सभा निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भय रहित वातावरण में सम्पन्न कराने हेतु सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। वहीं नेपाल के झापा जिला से लगने वाली भारतीय सीमा के सभी नाका से गुरुवार रात 12 बजे से रविवार रात 12 बजे तक आवागमन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगी।