गुरुवार को समाहरणालय सभागार में मतदान केन्द्रों के प्रारूप प्रकाशन हेतु डीएम – सह – जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक संपन्न हुई। बैठक में डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के निदेशानुसार ऐसे सभी मतदान केन्द्रों पर जहाँ निर्वाचकों की संख्या 1500 से अधिक है, वहाँ युक्तिकरण की कार्रवाई की गई है और युक्तिकरण के दौरान कुल 5 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
युक्तिकरण के क्रम में मतदान केन्द्रों के नाम में संशोधन संबंधित प्रतिवेदन के बारे में बताया गया। इस भाग में संशोधन के उपरांत कुल 5 मतदान केन्द्र के नाम संशोधित किए गए हैं। मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त स्थान नहीं रहने के कारण नए स्थल पर मतदान केन्द्र का स्थानांतरण से संबंधित प्रतिवेदन में उसकी कुल संख्या तीन है। मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण को ले विभागीय निर्देश के आलोक में मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण की कार्रवाई के उपरांत 10 जुलाई 2023 को विहित प्रपत्र एनेक्सर-1 में मतदान केन्द्रों का प्रारूप प्रकाशन किया गया है।
मतदान केन्द्रों के प्रारूप प्रकाशन के विरुद्ध दावा एवं आपत्ति प्राप्त करने की तिथि 10 से 19 जुलाई 2023 तक प्राप्त किया जाना है। प्राप्त दावा – आपति का विस्तार हेतु सभी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी प्राधिकृत किए गए है। निर्धारित अवधि में मतदान केन्द्रों के प्रारूप सूची के विरुद्ध संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को दावा व आपत्ति दिया जा सकता है। 28 से 30 जुलाई 2023 तक की अवधि में सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों, विधायकों एवं सांसद के साथ बैठक कर मतदान केन्द्रों के प्रारूप सूची को अंतिम रूप दिया जाना है। अंतिम रूप से तैयार किये गये मतदान केन्द्रों की सूची दावा एवं आपत्ति निस्तार के फलाफल अंकित करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार के कार्यालय में अनुमोदन हेतु भेजा जाना है।भारत निर्वाचन आयोग से मतदान केन्द्रों का अनुमोदन प्राप्त होने के उपरांत जिला स्तर पर इसका अंतिम प्रकाशन किया जाना है।
उक्त सभी बातों की जानकारी देते हुए बैठक में डीएम श्रीकांत शास्त्री ने आगामी लोकसभा चुनाव के निमित प्रारूप प्रकाशन से अवगत कराया। इस बैठक में डीडीसी स्पर्श गुप्ता, एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता, डीसीएलआर शिव शंकर पासवान, सभी ईआरओ, उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
गुरुवार को समाहरणालय सभागार में मतदान केन्द्रों के प्रारूप प्रकाशन हेतु डीएम – सह – जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक संपन्न हुई। बैठक में डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के निदेशानुसार ऐसे सभी मतदान केन्द्रों पर जहाँ निर्वाचकों की संख्या 1500 से अधिक है, वहाँ युक्तिकरण की कार्रवाई की गई है और युक्तिकरण के दौरान कुल 5 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
युक्तिकरण के क्रम में मतदान केन्द्रों के नाम में संशोधन संबंधित प्रतिवेदन के बारे में बताया गया। इस भाग में संशोधन के उपरांत कुल 5 मतदान केन्द्र के नाम संशोधित किए गए हैं। मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त स्थान नहीं रहने के कारण नए स्थल पर मतदान केन्द्र का स्थानांतरण से संबंधित प्रतिवेदन में उसकी कुल संख्या तीन है। मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण को ले विभागीय निर्देश के आलोक में मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण की कार्रवाई के उपरांत 10 जुलाई 2023 को विहित प्रपत्र एनेक्सर-1 में मतदान केन्द्रों का प्रारूप प्रकाशन किया गया है।
मतदान केन्द्रों के प्रारूप प्रकाशन के विरुद्ध दावा एवं आपत्ति प्राप्त करने की तिथि 10 से 19 जुलाई 2023 तक प्राप्त किया जाना है। प्राप्त दावा – आपति का विस्तार हेतु सभी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी प्राधिकृत किए गए है। निर्धारित अवधि में मतदान केन्द्रों के प्रारूप सूची के विरुद्ध संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को दावा व आपत्ति दिया जा सकता है। 28 से 30 जुलाई 2023 तक की अवधि में सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों, विधायकों एवं सांसद के साथ बैठक कर मतदान केन्द्रों के प्रारूप सूची को अंतिम रूप दिया जाना है। अंतिम रूप से तैयार किये गये मतदान केन्द्रों की सूची दावा एवं आपत्ति निस्तार के फलाफल अंकित करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार के कार्यालय में अनुमोदन हेतु भेजा जाना है।भारत निर्वाचन आयोग से मतदान केन्द्रों का अनुमोदन प्राप्त होने के उपरांत जिला स्तर पर इसका अंतिम प्रकाशन किया जाना है।
उक्त सभी बातों की जानकारी देते हुए बैठक में डीएम श्रीकांत शास्त्री ने आगामी लोकसभा चुनाव के निमित प्रारूप प्रकाशन से अवगत कराया। इस बैठक में डीडीसी स्पर्श गुप्ता, एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता, डीसीएलआर शिव शंकर पासवान, सभी ईआरओ, उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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