मातृत्व योजना स्वास्थ्य केन्द्रों पर शिविर में गर्भस्थ महिलाओं की हुई निःशुल्क जांच; सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए प्रसव पूर्व चार प्रकार की जांच जरूरी।
सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत शनिवार को विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में गर्भस्थ महिलाओं का निःशुल्क जांच किया गया। शिविर में लगभग चार सौ महिलाओं की जांच किया गया। महिला चिकित्सक डॉक्टर उर्मिला कुमारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जच्चा बच्चा की सुरक्षा के प्रति कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक महीने के नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाता है।
इसमे महिलाओं का वजन,बीपी,एचआईवी,ब्लड शुगर की जांच के साथ साथ कोविड टीकाकरण भी किया जाता है। डॉक्टर उर्मिला कुमारी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण एवं अनचाहे गर्व से बचाव के लिए गर्भवती व धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की विभिन्न संसाधनों यथा, कन्डोम, माला डी, अंतरा, कॉपर टी, एवं नसबंदी जैसे स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी दी गईं। शिशु-मृत्यु दर में कमी लाना उद्देश्य : महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर शबनम यस्मिन ने बताया कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व चार प्रकार की जांच जरूरी है।
महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के लिए की गई यह व्यवस्था शिशु-मृत्यु दर में कमी लाने की बेहतर व्यवस्था है। इससे ना सिर्फ सुरक्षित प्रसव होगा, बल्कि शिशु-मृत्यु दर पर विराम लगेगा। सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन एवं कैल्सियम की गोली का उचित मात्रा में सेवन करने की सलाह दिया गया। ताकि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं व उनके गर्भस्थ बच्चे का उचित शारीरिक व मानसिक विकास हो सके।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत शनिवार को विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में गर्भस्थ महिलाओं का निःशुल्क जांच किया गया। शिविर में लगभग चार सौ महिलाओं की जांच किया गया। महिला चिकित्सक डॉक्टर उर्मिला कुमारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जच्चा बच्चा की सुरक्षा के प्रति कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक महीने के नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाता है।
इसमे महिलाओं का वजन,बीपी,एचआईवी,ब्लड शुगर की जांच के साथ साथ कोविड टीकाकरण भी किया जाता है। डॉक्टर उर्मिला कुमारी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण एवं अनचाहे गर्व से बचाव के लिए गर्भवती व धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की विभिन्न संसाधनों यथा, कन्डोम, माला डी, अंतरा, कॉपर टी, एवं नसबंदी जैसे स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी दी गईं। शिशु-मृत्यु दर में कमी लाना उद्देश्य : महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर शबनम यस्मिन ने बताया कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व चार प्रकार की जांच जरूरी है।
महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के लिए की गई यह व्यवस्था शिशु-मृत्यु दर में कमी लाने की बेहतर व्यवस्था है। इससे ना सिर्फ सुरक्षित प्रसव होगा, बल्कि शिशु-मृत्यु दर पर विराम लगेगा। सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन एवं कैल्सियम की गोली का उचित मात्रा में सेवन करने की सलाह दिया गया। ताकि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं व उनके गर्भस्थ बच्चे का उचित शारीरिक व मानसिक विकास हो सके।
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