राज्यस्तरीय कायाकल्प टीम के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघलबैंक का निरीक्षण व एसेसमेंट किया गया। जांच के दौरान और बेहतर कार्य करने की सलाह देते हुए टीम के सदस्यों ने अस्पताल की सुविधाओं को देखा। खासकर अस्पताल की सफाई व्यवस्था की टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान टीम द्वारा अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सारी सुविधाओं की जानकारी ली गयी। इस संबंध में केयर इंडिया के महेंद्र बेथरा ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्था संतोषजनक थी। प्रसव कक्ष साफ-सुथरा था।
हालांकि सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को यहां से किसी तरह का संक्रमण नहीं हो, इसका हमलोग ख्याल रखते हैं। मालूम हो कि कायाकल्प योजना के तहत आने वाले राज्य के अस्पतालों को मुख्य रूप से पांच पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान है। कायाकल्प योजना के लिए पहले चरण में इंटरनल एसेसमेंट, दूसरे चरण में पियर एसेसमेंट तथा तीसरे चरण में राज्य स्तरीय टीम द्वारा असेसमेंट किया जाता है। इसके तहत 70 अंक प्राप्त करने के बाद ही राज्य स्तर से टीम द्वारा मूल्यांकन किया जाता है।
बताते चलें कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई और संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई थी। इसके तहत जिले के सामुदायिक अस्पताल से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में रख रखाव व सा़फ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए टीम द्वारा जांच किया जाता है। जांच टीम में शामिल सदस्यों ने बताया कि कायाकल्प योजना का मुख्य उद्देश्य सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं को विशिष्ट मानकों की दिशा में प्रोत्साहित करना, स्वास्थ्य सुविधाएं सहित स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक बनाना है।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीडीए सुमन सिंहा ने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत सभी तरह के स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार को लेकर मुहिम की जा रही है। स्वास्थ्य केंद्रों के सफलता पूर्वक संचालन में अस्पताल प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों एवं मरीजों के परिजनों की भी सहयोग अपेक्षित है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
राज्यस्तरीय कायाकल्प टीम के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघलबैंक का निरीक्षण व एसेसमेंट किया गया। जांच के दौरान और बेहतर कार्य करने की सलाह देते हुए टीम के सदस्यों ने अस्पताल की सुविधाओं को देखा। खासकर अस्पताल की सफाई व्यवस्था की टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान टीम द्वारा अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सारी सुविधाओं की जानकारी ली गयी। इस संबंध में केयर इंडिया के महेंद्र बेथरा ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्था संतोषजनक थी। प्रसव कक्ष साफ-सुथरा था।
हालांकि सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को यहां से किसी तरह का संक्रमण नहीं हो, इसका हमलोग ख्याल रखते हैं। मालूम हो कि कायाकल्प योजना के तहत आने वाले राज्य के अस्पतालों को मुख्य रूप से पांच पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान है। कायाकल्प योजना के लिए पहले चरण में इंटरनल एसेसमेंट, दूसरे चरण में पियर एसेसमेंट तथा तीसरे चरण में राज्य स्तरीय टीम द्वारा असेसमेंट किया जाता है। इसके तहत 70 अंक प्राप्त करने के बाद ही राज्य स्तर से टीम द्वारा मूल्यांकन किया जाता है।
बताते चलें कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई और संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई थी। इसके तहत जिले के सामुदायिक अस्पताल से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में रख रखाव व सा़फ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए टीम द्वारा जांच किया जाता है। जांच टीम में शामिल सदस्यों ने बताया कि कायाकल्प योजना का मुख्य उद्देश्य सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं को विशिष्ट मानकों की दिशा में प्रोत्साहित करना, स्वास्थ्य सुविधाएं सहित स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक बनाना है।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीडीए सुमन सिंहा ने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत सभी तरह के स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार को लेकर मुहिम की जा रही है। स्वास्थ्य केंद्रों के सफलता पूर्वक संचालन में अस्पताल प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों एवं मरीजों के परिजनों की भी सहयोग अपेक्षित है।
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