सारस न्यूज, किशनगंज।
मंगलवार को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन की सहयोग से चल रहे जन निर्माण केंद्र और बचपन बचाओ आंदोलन की टीम ने संयुक्त रूप से रेलवे स्टेशन किशनगंज के प्लेटफार्म नंबर एक और दो में रेलवे सुरक्षा बल की सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। जिस दौरान प्लेटफार्म नंबर दो में तीन व्यक्तियों के साथ तीन नाबालिक बच्चा संदिग्ध अवस्था में मिला। जिसे पूछताछ करने के दौरान पता चला कि तीनों व्यक्ति जिसका नाम नौशाद आलम, उम्र- 39 वर्ष, पिता- जाबुल, ग्राम- शुकान्दीगी, थाना- दिघलबैंक, जिला – किशनगंज, सुख्खर कुमार (उम्र- 24 वर्ष) पिता- शंकर मुनी, ग्राम- बभनी, थाना- फलका, जिला- कटिहार तथा मो० अबरार (उम्र 25 वर्ष) पिता- मो० जुधीन, ग्राम- खरय्या वस्ती, थाना + जिला- अररिया का निवासी है। जो तीनों नाबालिग बच्चों को बेंगलुरु और चेन्नई में बाल मजदूरी कराने हेतु लेकर जा रहा था। तत्पश्चात रेलवे पुलिस फोर्स द्वारा तीनों व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। जहां उसे जीआरपी थाना किशनगंज में लाया गया और तीनों व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज कराई गई।



रेल थाना कांड संख्या 52/23 की धारा 370(5), 374, 471, आईपीसी एवं किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 75 के तहत तीनों व्यक्तियों को रेल थाना किशनगंज ने न्यायिक हिरासत में लेकर कटिहार जेल भेज दिया। तत्पश्चात जन निर्माण केंद्र की टीम ने तीनों बच्चों को अपने अंदर में लेकर पूछताछ किया। पूछताछ के दौरान तीनों बच्चा अपना पता किशनगंज, कटिहार, एवं अररिया, जिला का निवासी बताया। तीनों बच्चों को जन निर्माण केन्द्र की टीम ने चिकित्सीय जांच के उपरांत बाल कल्याण समिति किशनगंज के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति किशनगंज ने मामला को गंभीरता से लेते हुए तीनों बच्चों को बाल गृह कटिहार में आवासित करने का जिला परियोजना समन्वयक मुजाहिद आलम को निर्देश दिया। मुजाहिद आलम ने बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार उक्त तीनों बच्चों को कटिहार स्थित बाल गृह में आवासित करवाया। जहां उसकी कॉउंसलिंग की जाएगी।