सारस न्यूज, किशनगंज।
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव पर अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि जन सुराज चुनाव लड़ नहीं सकता है, लेकिन जन सुराज परिवार का कोई व्यक्ति अगर चुनाव लड़ता है या तय करता है कि हमें चुनाव लड़ना है तो ये संभव है कि वो अपने बीच से चुनाव लड़वाए, इसमें प्रशांत किशोर और जन सुराज की जो भी ताकत और समझ है वो उस उम्मीदवार के पीछे लगाई जाएगी। मैंने पदयात्रा के समय भी कहा था कि जन सुराज कोई दल नहीं है न ही प्रशांत किशोर इसके नेता हैं। बिहार के विकास के लिए हर पंचायत में ब्लू प्रिंट बनाया जाए, हर पंचायत से ऐसे लोगों को ढूंढकर निकाला जाए जो समझते हैं कि नया विकल्प बनना चाहिए। जब सारे लोग साथ में आएंगे और वो निर्णय लेंगे कि आगे का रास्ता क्या होगा।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जिन जिलों में पदयात्रा हो गई और जहां लोग संस्थापक बन रहे हैं उनको ये निर्णय लेना है कि चुनाव लड़ना है या नहीं। उदाहरण के लिए पहले जिन 5 जिलों में हमनें पदयात्रा की तो वहां एमएलसी का चुनाव हुआ। पदयात्रा जिले के साथियों ने तय किया कि उन्हें एमएलसी का चुनाव लड़ना चाहिए। अफाक अहमद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े और जन सुराज के साथियों ने उनका सहयोग किया और जिताकर लाए।