सारस न्यूज टीम, पटना।
बिहार में लोक शिकायतों के निपटारे के आधार पर जिलों की रैंकिंग जारी की है। जारी रैंकिंग में तमाम जिलों को पछाड़ते हुए किशनगंज ने पहला स्थान पाया है। राजधानी पटना राज्य में 30वें स्थान पर है। तो राज्य में सबसे खराब स्थिति जहानाबाद की पायी गई है। जिसे 38वां यानी अंतिम पायदान पर पाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा को 36वें स्थान पर है।
राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा जबकि जो लोग उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं। उनके नाम अपनी सेवा पुस्तिका में दर्ज कर लिय जाएगा। इनाम और सजा के लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा।
पश्चिम चंपारण, शिवहर, गोपालगंज, बांका, कटिहार, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, जमुई, नवादा और भोजपुर जैसे जिले शासन रैंकिंग के मामले में सीवान के बाद शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिलों में शामिल हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों की समस्या के निवारण के लिए लोक शिकायत निवारण अधिनियम शुरू किया है। जिसके तहत 60 दिनों के अंदर लोगों की शिकायत का निदान किया जाता है। हर महीने सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जिले में प्राप्त आवेदन, समय सीमा के अंदर मामले का निष्पादन, लंबित मामले के निष्पादन, लोक शिकायत प्राधिकार की उपस्थिति, समय सीमा के अंदर प्रथम अपील का निष्पादन, द्वितीय अपील का निष्पादन, वसूल की गई राशि के आधार पर जिले की रैंकिग तय की जाती है।