बहादुरगंज प्रखंड क्षेत्र के मोहम्मदनगर पंचायत स्थित खोदागंज उप स्वास्थ्य केंद्र अपनी बेबशी एवं बदहाली पर वर्षों से आंसू बहाने पर विवश है। आमजनों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से बना यह भवन आज अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है। उपस्वास्थ्य केंद्र के चारों ओर घने जंगलों एवं विषाक्त कीटों का आशियाना बना हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो वर्ष 1990 में लाखों की लागत से इस उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए बनाया गया था।जहां उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से आमजनों में एक आस जगी थी। वहीं निर्माण होने के बाद वर्ष 2008 में उपस्वास्थ्य का विभागीय स्तर से मरम्मतीकरण भी कराया गया। मरम्मतीकरण के पश्चात अबतक इस उप स्वास्थ्य केंद्र में न ही कोई चिकित्सक की तैनाती विभाग द्वारा की गई न ही कोई कर्मी कभी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हेतु पहुंचे। जिस कारण आमजनों को इलाज हेतु खोदागंज से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तय कर बहादुरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है या फिर प्राइवेट क्लिनिक में जाकर इलाज करवाना मजबूरी बन गई है। हालांकि ग्रामीणों के द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवं अन्य कर्मियों की तैनाती हेतु लिखित प्रतिवेदन दी गई है परंतु फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि ऐसे चुप्पी साधे बैठे हैं जैसे उन्हें कोई जानकारी ही न हो। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा है कि उपस्वास्थ्य केंद्र खोदागंज में चिकित्सक की तैनाती की जाए।
देवाशीष चटर्जी, सारस न्यूज़, बहादुरगंज।
बहादुरगंज प्रखंड क्षेत्र के मोहम्मदनगर पंचायत स्थित खोदागंज उप स्वास्थ्य केंद्र अपनी बेबशी एवं बदहाली पर वर्षों से आंसू बहाने पर विवश है। आमजनों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से बना यह भवन आज अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है। उपस्वास्थ्य केंद्र के चारों ओर घने जंगलों एवं विषाक्त कीटों का आशियाना बना हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो वर्ष 1990 में लाखों की लागत से इस उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए बनाया गया था।जहां उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से आमजनों में एक आस जगी थी। वहीं निर्माण होने के बाद वर्ष 2008 में उपस्वास्थ्य का विभागीय स्तर से मरम्मतीकरण भी कराया गया। मरम्मतीकरण के पश्चात अबतक इस उप स्वास्थ्य केंद्र में न ही कोई चिकित्सक की तैनाती विभाग द्वारा की गई न ही कोई कर्मी कभी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हेतु पहुंचे। जिस कारण आमजनों को इलाज हेतु खोदागंज से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तय कर बहादुरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है या फिर प्राइवेट क्लिनिक में जाकर इलाज करवाना मजबूरी बन गई है। हालांकि ग्रामीणों के द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवं अन्य कर्मियों की तैनाती हेतु लिखित प्रतिवेदन दी गई है परंतु फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि ऐसे चुप्पी साधे बैठे हैं जैसे उन्हें कोई जानकारी ही न हो। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा है कि उपस्वास्थ्य केंद्र खोदागंज में चिकित्सक की तैनाती की जाए।
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