सारस न्यूज, किशनगंज।
विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर सदर अस्पताल किशनगंज में गुरुवार को नेत्र रोग और आंखों की देखभाल के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। सदर अस्पताल में सिविल सर्जन की अगुवाई में जागरूकता अभियान चलाया गया।इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर प्रसाद ने कहा कि हम नेत्र रोग बढ़ती समस्या टीवी, कंप्यूटर एवं मोबाइल से आज के युग में बहुत बच्चों की आंख की रोशनी कम होता जा रहा है। जिसका सही समय पर इलाज ना हुआ तो वैसे बच्चों की रौशनी जा सकती है। उन्होंने बताया कि विश्व दृष्टि दिवस बचने योग्य अंधेपन और दृष्टि नुकसान के वैश्विक मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने के लिए व्यक्तियों, समुदायों को प्रोत्साहित करने वाले संगठनों को एक विशेष मंच प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। मोबाइल फोन, कंप्यूटर व टीवी आदि के बिना काम नहीं चलता यानी ये हमारी लाइफ को सुविधाजनक बना रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर इनके कारण नेत्र रोग या आंखों की समस्या से पीड़ित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक काफी लोग चश्मे का इस्तेमाल करते हैं। बच्चों की आंखें संवेदनशील होती हैं। बच्चों में दृष्टिदोष के कारण उनका महत्वपूर्ण जीवनकाल प्रभावित होता है। इसके साथ ही बच्चों के आंखों में दर्द, लालिमा या भेंगापन होना जैसी समस्या भी होती है।
ऐसी किसी समस्या को नजरअंदाज करना सही नहीं है।सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने बताया के आंखों के लिए विटामिन ए बेहद जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक विटामिन ए बच्चों के आंखों की रोशनी तथा उनके शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन ए प्राप्त करने के प्राकृतिक तरीकों को अपनाने के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाने वाली विटामिन ए की खुराक भी दी जानी चाहिए। विटामिन ए की खुराक बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है।
बच्चों के खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी एवं ताजी सब्जियां और पीली एवं नारंगी रंग के फल आदि शामिल करें। पालक और गाजर में विटामिन ए काफी मात्रा में पाया जाता है। इसे निरंतर इस्तेमाल करना चाहिए।