सारस न्यूज, किशनगंज।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के तत्वावधान में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार व्यवहार न्यायालय किशनगंज में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का मुख्य उद्घाटन समारोह जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के सभागार कक्ष में किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश किशनगंज, जिला पदाधिकारी – सह- प्राधिकार के उपाध्यक्ष श्रीकांत शास्त्री, पुलिस अधीक्षक – सह- प्राधिकार के सदस्य डॉ इनामुल हक मेंगनू, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत रुप से उद्घाटन किया गया। इस उद्घाटन समारोह में न्यायिक पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण अन्य विभागों के पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में वादी उपस्थित रहें।
इस दौरान जिला पदाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन से नागरिकों को सुलहनीय और आपसी समझौता योग्य वाद के निष्पादन में काफी सहयोग प्राप्त हुआ है। डीएम ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा लोगों को विधिक अधिकार प्रदान करने में इसके कार्य को काफी सराहा।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश, किशनगंज ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में राष्ट्रीय लोक अदालत में उपस्थित सभी न्यायिक पदाधिकारियों, जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, विधि संघ के अध्यक्ष, सभी अधिवक्तागण तथा बैंक के क्षेत्रीय प्रबन्धक एवं प्रेस एवं मीडिया के लोगों को स्वागत करते हुए लोक अदालत आयोजन के बारे में विस्तार से बताया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में पूर्व से निबंधित वाद में समझौता व सुलह उपरांत निष्पादन कराया गया। बैंक, विद्युत समेत कई तरह के वाद राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निष्पादित किए गए।
उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय, किशनगंज के कुल 225 मामलें जिसमें अपराधिक शमनीय 195 मामलें, दावा वाद 1 एवं विधुत विभाग के 29 मामलें हैं। बैंक ऋण के कुल 467 मामले में कुल रूपये 2,35,36,975 का एवं 12 टेलीफोन बिल से संबंधित मामलों में कुल रूपये 51,371 का समझौता हुआ तथा बैंक ऋण एवं टेलीफोन बिल से कुल रिकवरी राशि रु 39,58,520 हुई । उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन किशोर कौशिक ने पीठ के सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों से अपील किया की पक्षकारों को ध्यान में रखते हुए मामलों का निपटारा उदारता पूर्वक एवं नियमानुसार करें। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार रजनीश रंजन ने पक्षकारों से विशेष अनुरोध किया कि वे अपने-अपने वादों का निष्पादन शांति पूर्वक करें। राष्ट्रीय लोक अदालत में काफी भीड़ देखी गई। जहाँ जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए पक्षकारों ने अपने-अपने वाद का निष्पादन करवाने में काफी सक्रीय भूमिका निभाई। पक्षकारों को किसी प्रकार की कठिनाई ना हो इसके लिए जगह-जगह सहायता केंद्र पर साथ ही प्रत्येक पीठ में एक-एक पारा विधिक स्वंय सेवकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।