सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
सदर अस्पताल में शुक्रवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि नियमित टीकाकरण में वृद्धि लाना इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है। सीएस ने कहा कि नियमित टीकाकरण नौनिहालों को 12 प्रकार की गंभीर रोगों से रक्षा करता है। उन्होंने इस संबन्ध में सभी पीएचसी प्रभारी को आवश्यक निर्देश भी दिया।
नियमित टीकाकरण की स्थिति में सुधार के लिए प्रखण्ड स्तर पर कोल्ड चेन में वैक्सीन का रख रखाव को आवश्यक करार देते हुए सीएस ने कहा कि प्रखंड स्तर पर एएनएम, आशा, आशा फैसिलिटेटर की क्षमता वर्धन के लिए नियमित बैठक जरूरी है। उन्होंने जिले में नियमित टीकाकरण अंतर्गत सम्पूर्ण प्रतिरक्षण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा किया।
सीएस ने कहा कि कोविड 19 टीकाकरण में तीसरे डोज़ से छूटे हुए व्यक्तियों की भी पहचान कर उन्हें वैक्सीन लेने के प्रति प्रेरित करें। प्रशिक्षण के दौरान डिप्थीरिया, पलतुसिस, न्यू नेटल टेटनस, पोलियो,एवं खसरा रूबेला के विषय मे विस्तृत चर्चा की गई।आशा व आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से फैलाएं जागरूकता : जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर देवेन्द्र कुमार ने बताया कि पूर्ण टीकाकरण को लेकर अभी भी लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। सरकारी अस्पताल में पड़ने वाले सभी टीके की कुल कीमत 26 हज़ार के आसपास है। जो सरकार नि:शुल्क उपलब्ध करा रही है।
जबकि यही टीका बाहर में 40 हज़ार से अधिक के होते हैं। उन्होंने एमओआईसी एवं बीसीएम से अपील किया कि अपने स्तर से आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से लोगों के बीच सरकारी अस्पतालों में दिए जाने वाले टीकाकरण के प्रति जागरूक करें। साथ ही टीके से होने वाले फायदे भी हर स्तर के लोगों तक पहुंचाएं।